डेयरी बूथों के आवंटन को लेकर शुक्रवार को कृषि, पशुपालन एवं गोपालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल की अध्यक्षता में सचिवालय में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में जिला दुग्ध संघों और राज्य के स्थानीय निकायों के अधिकारियों ने भाग लिया। आरसीडीएफ की प्रबंध संचालक डॉ. वीना प्रधान और स्थानीय निकाय निदेशक पवन अरोड़ा भी बैठक में मौजूद रहे।
बैठक में एसीएस गोयल ने स्थानीय निकाय और ट्रैफिक पुलिस के संबंधित अफसरों को बूथ आवंटन में आ रही परेशानियों का निराकरण कर माह के अंत तक बूथ आवंटन करने के निर्देश दिए। आरसीडीएफ की प्रबन्ध संचालक डॉ. वीना प्रधान ने बताया कि 5000 बूथों आवंटन के लिए अब तक 5273 आवेदन पात्र निकले हैं। आवेदनों की संख्या बढ़ सकती है। गौरतलब है कि अभी राज्य में सरस के करीब 20 हजार बूथ हैं। नए बूथों के आवंटन के बाद इनकी संख्या 25 हजार हो जाएगी।
यह रहेगी प्रक्रिया
प्रत्येक जिले में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक समिति बनेगी। संबंधित नगर निगम या स्थानीय निकाय के प्रतिनिधि, जिला दुग्ध संघ के प्रबन्ध संचालक और ट्रेफिक इंचार्ज समिति में सदस्य होंगे। समिति आवेदनों पर विचार कर बूथ आवंटन करेगी।
इन स्थानों पर रहेगी छूट
आरसीडीएफ के उप प्रबंधक जनसंपर्क विनोद गेरा ने बताया कि सामान्यतया एक बूथ से दूसरे बूथ के बीच कम से कम 200 मीटर की दूरी नहीं होनी चाहिए लेकिन समिति आम स्थानीय लोगों की जरूरत को देखकर अस्पताल क्षेत्र, रेल्वे स्टेशन, बस स्टेण्ड समेत सार्वजनिक स्थानों पर इसमें छूट भी दे सकती है। सभी जिलों में समिति की बैठक 28 फरवरी से पहले करवाने और 28 फरवरी तक बूथ आवंटित करने के निर्देश एसीएस ने दिए हैं।