4 अप्रैल की शाम करीब 5:00 बजे एकता अपने घर पर जाह्नवी भी को ले गई। कमरे में म्यूजिक सिस्टम को तेज आवाज में चला दिया ताकि बालिका के चिल्लाने की आवाज बाहर लोगों को सुनाई ना दे सके। एकता ने अपने घर में जाह्नवी को जान से मारने की नीयत से लोहे के सरिया से सिर पर वार किया। फिर जाह्नवी का मुंह और नाक दबाए रखी। इससे जाह्नवी ने दम तोड़ दिया। बाद में शव को जूट के बोरे में डालकर रसोई में ही रख दिया। कुछ देर बाद ही एकता ने अपने भाई जॉन की मदद से शव को छत पर ले गए और फ्लैट जी80 और जी81 के बीच बने गटर व बाथरूम के चेंबर वाले भाग में डाल दिया।
पड़ोस में रहने वाले मृतका के पिता संजय वर्मा और एकता के बीच 3 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसको लेकर संजय की पत्नी अनिता द्वारा गत एक साल में एकता के साथ लड़ाई—झगड़ा और मारपीट भी हुई। लेकिन एकता और संजय के बीच लगातार प्रेम प्रसंग चलता रहा। अनिता एकता को लोगों के सामने ताने मारती थी। इस बात को लेकर वह अनिता को सबक सिखाना चाहती थी। इन सभी को आधार बनाकर पुलिस ने पूछताछ की तो मामला खुल गया।