डॉक्टर के बेसमेंट में से 540 किलो चांदी चुरा ले गए थे, चार गिरफ्तार, 30-30 किलो चांदी की रखी थी 18 सिल्ली, मुख्य आरोपी सर्राफा कारोबारी शेखर और उसके भांजे की तलाशं, लुक आउट नोटिज भी जारी करवाया, भांजा अपनी मां के साथ पहले सोना तस्करी में नेपाल में गिरफ्तार हो चुका
जयपुर। वैशाली नगर थाना पुलिस ने डॉ. सुनीत सोनी के घर से चांदी चोरी करने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि प्रकरण में मुख्य आरोपी सर्राफा कारोबारी शेखर अग्रवाल और उसके भांजे जतिन जैन की तलाश है। एडिशनल डीसीपी अजय पाल लांबा ने बताया कि आरोपी शेखर के विदेश भागने की संभावना को देखते हुए भारत के सभी एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर लुक आउट नोटिस जारी करवाया है।
लांबा ने बताया कि मुख्य आरोपियों के साथ साजिश में शामिल बनवारी जांगिड़ और सुरंग खोदकर चांदी की 18 सिल्लियों को शेखर अग्रवाल व जतिन जैन की कार में रखवाकर खुर्द-बुर्द करने के मामले में कालूराम सैनी, केदार जाट और रामकरण जांगिड़ को गिरफ्तार किया है। उन्होंने ने बताया कि शेखर की बहन सरिता और भांजा जतिन बैंकॉक से सोने की तस्करी में नेपाल में गिरफ्तार हो चुके हैं।
उधर, पुलिस ने बतायाा कि बेसमेंट के चोरी हुए बॉक्स में चांदी की 30-30 किलो बजनी 18 सिल्ली में से 2 सिल्ली बरामद हो सकी है। बॉक्स में से कुल 540 किलो चांदी चुराई गई थी। अन्य चांदी बरामद किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मामा-भांजे नहीं खोद पाए तो बुलाए लोग आरोपी बनवारी ने पूछताछ में बताया कि शेखर व जतिन ने चांदी चोरी करने के लिए खुद ने ही कमरे में सुरंग की खुदाई शुरू की। लेकिन अधिक खुदाई नहीं कर सकने पर पर केदार, कालूराम और रामकरण को सुरंग खोदने और लोहे का बॉक्स काटने में शामिल किया।
जिन्होंने फर्श में दबाई चांदी, उन्हीं से करवाई खुदाई एडिशनल डीसीपी अजय पाल लांबा के मुताबिक, आरोपी शेखर अग्रवाल वैशाली नगर निवासी डॉ. सुनीत सोनी का अच्छा दोस्त और पारिवारिक सदस्य की तरह था। शेखर ने गत दीपावली पर आयकर विभाग का भय दिखाकर डॉ. सुनीत व उसके परिजनों को चांदी में रकम लगाने की सलाह दी। खुद की फर्म से करोड़ों रुपए की चांदी दिलाई और सुरक्षा की दृष्टि ने भांजे जतिन, केदार जाट और कालूराम सैनी की मदद से बेसमेंट में फर्श के नीचे बॉक्स रखवाकर चांदी रखवाई। फिर फर्श को पक्की कर दी, ताकि किसी को शक ना हो। बाद में चांदी चोरी करने के लिए भांजे जतिन, केदार व कालूराम को शामिल कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों भूमिका, एक्स से 5.50 लाख रुपए में बॉक्स कटवाया – मूलत: जमवारामगढ़ के टोडा मीणा हाल कुंडा निवासी आरोपी बनवारी जांगिड़ ने साजिश के तहत 97 लाख रुपए कीमत का खुद के नाम मकान शेखर के लिए खरीदा। मकान की रकम शेखर ने ही चुकाई। बनवारी ने मकान नाम करवाने के लिए शेखर से 15 लाख रुपए लेना तय किया। साथ में चोरी की चांदी में भी हिस्सेदारी रखी।
– आगरा रोड स्थित माली की कोठी निवासी आरोपी कालूराम सैनी कई वर्षों से शेखर अग्रवाल की फर्म एनजे बुलियन एवं नारायणदास जग्गीलाल सर्राफ पर काम कर रहा है। आरोपी ने सुरंग खोदने में शेखर की मदद की और चांदी की सिल्लियों को मुख्य आरोपी की कार में रखवाई। इसके बदले मोटी रकम लेना तय किया।
– मूलत: टोंक हाल श्याम नगर स्थित राम मार्ग निवासी केदार जाट भी कई वर्षों से शेखर अग्रवाल के घर पर रहकर उसकी कार चलाता है। साथ में शेखर की फर्म और घर पर काम भी करता है। सुरंग खोदने और मुख्य आरोपी शेखर व जतिन की कार में चांदी की सिल्लियों को रखवाने में सहयोग किया।
– आमेर में पीली की तलाई स्थित बालाजी विहार निवासी रामकरण जांगिड़ कारपेंटर का काम करता है। बनवारी जांगिड़ ने रामकरण को शेखर से मिलवाया और सुरंग बनाने के बाद लोहे के बॉक्स को कटर से काटने और अन्य संसाधन उपलब्ध करवाने का काम करवाया। इसके बदले में रामकरण ने शेखर से 5.50 लाख रुपए प्राप्त किए।