हालांकि पहले चरण की तुलना में दूसरे चरण में मतदान कम हुआ। पहले चरण में 64.24 फीसदी मतदान हुआ था। जो दूसरे चरण से 6 फीसदी ज्यादा है। दोनों जिलों को मिलाकर कुल 9 लाख 73 हजार 4 मतदाता से 5 लाख 59 हजार 77 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। अब तीसरे और अंतिम चरण के लिए 26 अक्टूबर को मतदान होगा।
इस तरह चला मतदान
मतदान सुबह 8 बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चला। दोनों जिलों में पंचायत जिला परिषद चुनाव में मतदान की शुरुआत धीमी रही। सुबह 10 बजे तक 10.18 प्रतिशत मतदान हुआ। दोपहर 12 बजे मतदान का प्रतिशत 22.15 तक पहुंच गया। दोपहर 3 बजे तक प्रतिशत 43.25 तक जा पहुंचा और शाम बजे 5 बजे 55.97 प्रतिशत मतदाता वोट डाल चुके थे।
मतदान समाप्ति तक यह प्रतिशत 57.46 तक पहुंच गया। दूसरे चरण में दोनों जिलों की 8 पंचायत समितियों के 172 वार्डों और उनसे संबंधित जिला परिषद सीटों के लिए मतदान हुआ। दूसरे चरण में 661 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैंद हो गया।
इन पंचायत समिति में हुए चुनाव
अलवर और धौलपुर जिले की जिन 8 पंचायत समितियों में दूसरे चरण में मतदान हुआ है, उनमें अलवर जिले के गोविंदगढ़, कठूमर, लक्ष्मणगढ़, राजगढ़, रैणी और थानागाजी है। इसके अलावा धौलपुर जिले की बाड़ी और सैपऊं पंचायत समितियां हैं।
मतदान केंद्रों के बाहर कड़ी सुरक्षा
वहीं मतदान केंद्रों के बाहर पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। मतदान के लिए आने वाले मतदाताओं को कोरोना गाइड लाइन के तहत सोशल डिस्टेंसिंग अपनाते हुए ही मतदान करने दिया गया। मतदाताओं को चेहरे पर मास्क और हाथों को सेनेटाइज करने के बाद ही मतदान केंद्र के अंदर प्रवेश दिया गया। अपनी बारी आने तक मतदाता चिन्हित गोले में खड़े रहकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे।
शांतिपूर्ण चुनाव के लिए आयोग ने जताया आभार
पंचायत चुनाव का दूसरा चरण शांतिपूर्ण संपन्न होने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं का आभार जताया है। आयोग के आयुक्त पीएस मेहरा ने कहा कि स्थानीय प्रशासन और जागरूक मतदाताओं ने कोरोना संबंधी गाइडलाइन की पालना के साथ सुरक्षित मतदान किया।