जयपुर

फिर आगे निकली लड़कियां, Higher Education में लड़कों से 63 हजार ने अधिक लिया प्रवेश

उच्च शिक्षा के भी फिर आगे निकली लड़कियां, लड़कों से 63 हजार ने अधिक लिया प्रवेश, लगातार दूसरे साल कॉलेज नामांकन में लड़कियों ने पछाड़ा लड़कों को, पिछले साल भी लड़कों की तुलना में 44 हजार लड़कियों ने अधिक प्रवेश लिया था

जयपुरFeb 16, 2020 / 04:23 pm

pushpendra shekhawat

जया गुप्ता / जयपुर। प्रदेश में उच्च शिक्षा के मामले में लड़कियों ने एक बार फिर से लड़कों को पछाड़ दिया है। नामांकन के मामले में लड़कियां एक बार फिर से आगे निकल गई हैं। लगातार दूसरे साल प्रदेश के कॉलेजों में लड़कियों ने लड़कों से अधिक संख्या में प्रवेश लिया है। साल 2019-20 में लड़कों के मुकाबले 63 हजार लड़कियां अधिक कॉलेजों में पढ़ रही हैं। पिछले साल भी लड़कों की तुलना में 44 हजार लड़कियों ने अधिक प्रवेश लिया था।
इस साल प्रदेश के राजकीय कॉलेजों में 11 लाख 96 हजार 501 विद्यार्थी नामांकित हैं। कॉलेजों में पढ़ाई करने वाले कुल विद्यार्थियों में 5 लाख 66 हजार 573 लड़के और 6 लाख 29 हजार 928 लड़कियां शामिल हैं।

कला वर्ग में ही अधिक लड़कियों की संख्या
लड़कियां अपनी रूचि सर्वाधिक कला विषय में ही दिखा रही हैं। प्रदेश के ज्यादातर राजकीय कॉलेजों में कला वर्ग ही है। कला वर्ग में 7 लाख 88 हजार 244 कुल विद्यार्थी नामांकित हैं। इनमें 3 लाख 47 हजार 597 लड़के और 4 लाख 40 हजार 647 लड़कियां शामिल हैं। इसके अलावा विज्ञान व वाणिज्य वर्ग में लड़कियां, लड़कों की तुलना में कम हैं। विज्ञान वर्ग में 1 लाख 45 हजार 261 लड़के और 1 लाख 33 हजार 635 लड़कियां पढ़ रही हैं। वहीं वाणिज्य वर्ग में 53 हजार 972 लड़के व 46 हजार 673 लड़कियां नामांकित हैं।ं

महिला कॉलेज पांच गुणा बढ़े
छात्राओं के नामांकन के साथ ही प्रदेश में महिला कॉलेजों की संख्या भी पिछले करीब बीस वर्षों में करीब पांच गुणा बढ़े हैं। साल 1997-98 में पूरे प्रदेश में जहां निजी व सरकारी दोनों मिलाकर केवल 100 महिला महाविद्यालय थे। साल 2019-20 में इनकी संख्या बढ़कर 499 तक पहुंच गई हैं। इनमें सर्वाधिक कॉलेज राजस्थान विश्वविद्यालय से सम्बद्धता प्राप्त जयपुर व दौसा जिले में 109 महिला कॉलेज हैं। वहीं सबसे कम बांसवड़ा, डूगरपुर व प्रतापगढ़ जिलों में केवल 17 महिला कॉलेज हैं। वहीं प्रदेश में वर्तमान में महिलाओं के लिए दो विश्वविद्यालय संस्थाएं और 2 निजी विश्वविद्यालय चल रहे हैं।

अजा वर्ग के अलावा अन्य सभी वर्गों में लड़कों से आगे लड़कियां
छात्राओं के नामांकन में वर्ग वार अनुपात देखें तो सभी वर्गों की लड़कियां, लड़कों से कहीं आगे हैं। सामान्य वर्ग में प्रति 100 लड़कों पर 117 लड़कियां, अन्य पिछड़ा वर्ग में 112, अल्पसंख्यक वर्ग में 106, अनुसूचित जनजाति वर्ग में 114 व अनुसूचित जाति वर्ग में 102 लड़कियां प्रति सौ लड़कों पर कॉलेजों में नामांकित हैं।

फैक्ट फाइल –
साल-दर-साल यूं बढ़ा आंकड़ा
वर्ष ————- लड़के ——– लड़कियां
2008-09 ——- 2.29 ——— 1.63
2009-10 ——– 2..50 ——- 1.71
2010-11 ——– 2.53 ——– 1.86
2011-12 ——– 2.83 ——– 2.26
2012-13 ——- 3.00 ——– 2.46
2013-14 ——- 3.10 ——– 2.89
2014-15 ——- 3.66 ——– 3.43
2015-16 ——- 3.82 ——– 3.70
2016-17 ——– 4.65 ————- 4.67
2017-18 ——– 5.15 ————– 5.46
2018-19 ——– 5.36 ————- 5.80
2019-20 ——– 5.66 ————- 6.30
(नामांकन लाख में)
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