कैसे बनाते थे पनीर जांच टीम ने बताया कि यह केमिकल, सफेद पावडर, घटिया किस्म के रिफाइंड से पनीर बना रहे थे। यह पहले भी जिले में कई बार नकली पनीर बेच चुके है। पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाकर मौके पर पनीर को जमीन में नष्ट करवा दिया।
मेवात के नंगला गुर्जर में है फैक्ट्री सिंघाना थानाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि जिले में एक साथ इतनी बड़ी मात्रा में पनीर पकड़े जाने का सबसे बड़ा मामला है। आरोपी नंगला गुर्जर थाना फिरोजपुर, जिला नूह मेवात (हरियाणा) में स्थित नकली पनीर व मावा बनाने की फैक्ट्री से पनीर लाते थे। आरोपियों ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि इस पनीर में दूध तो है ही नहीं। केवल केमिकल, दूध का नकली पावडर व घटिया रिफाइंड मिलाते हैं। वह भी सिंथेटिक है। आरोपियों ने अब तक छह बार जिले में आना स्वीकार किया है। यह जिले के बबाई, खेतड़ी, चिड़ावा, झुंझुनूं व नवलगढ़ में ज्यादा आपूर्ति करते थे।
क्यों पनप रहा कारोबार? जिम्मेदार अधिकारियों को भी पता है कि नकली पनीर का कारोबार खूब फलफूल रहा है। लेकिन इन पर ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे। मिलीभगत के खेल में केवल दिखावट की जा रही है। मिलावटखोरों को कठोर सजा नहीं मिलने व इसमें भारी मुनाफा होने के कारण यह अवैध धंधा खूब फल रहा है।
यहां करें शिकायत आपके क्षेत्र में कोई दुकानदार नकली पनीर व कोई भी नकली सामग्री बेचे तो आप मुख्यमंत्री सम्पर्क पोर्टल के टोल फ्री नंबर 181 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।