लक्ष्मण की आर्थिक स्थिति खराब है। पनीर बेचकर खर्च चलाता था, लेकिन लॉकडाउन में यह धंधा भी बंद हो गया। पहले से कर्जा भी था। जर्दा खाने का शौक था, लेकिन अधिक कीमत के कारण खरीद नहीं पा रहा था। वृद्धा के अकेले रहने का उसे अंदाजा था। वारदात से पहले जर्दे के लिए उसने 100 रूपए मांगे थे। लेकिन वृद्धा ने मना कर दिया। इस पर उसने वृद्धा को मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद आरोपी अपने घर गया और खून से सने कपड़े उतार दूसरे पहन लिए। वहां से पोटली में जेवरात, कपड़े व हथियार छुपाकर ले गया। किसी बाइक सवार से लिफ्ट लेकर गया और सुनसान जगह पर जमीन में सामान छुपा कर वापस आ गया। खून का कोई निशान भी ना बचे इसके लिए अपने नाखून भी काट लिए। वारदात के लिए चाकू, संडासी, फूंकनी, लोहे का सरिया, रस्सी एवं तेल लेकर गया था। उसने तेल लगाकर वृद्धा के कड़े निकालने की कोशिश की थी।