राजस्थान की बात करें तो बलात्कार के आंकड़ों में चौकानें वाला इजाफा हुआ है। ऐसे में साफ है कि बलात्कार की घटनाएं किस हद तक बढ़ी है। पत्रिका ने 3 साल के बलात्कार के आंकड़ों की स्टडी की तो सामने आया कि राज्य में 3 साल में 85 फीसदी बलात्कार के मामले अधिक बढ़ गए है। यह स्टडी 2017, 2018 व 2019 में माह अक्टूबर तक के आंकड़ों के आधार पर की गई है।
जानिए: कैसे बढ़े बलात्कार के मुकदमें ? साल (माह अक्टूबर तक) दर्ज मुकदमें
2017 2797
2018 3777
2019 5194 ऐसे समझे: बलात्कार के दर्ज मुकदमें बताते है कि साल 2018 से 2019 के आकड़ों पर नजर डाले तो 2 साल में 37.52 फीसदी बलात्कार के मामले बढ़े। वहीं, 2017 से 2019 के आकड़ों पर नजर डाले तो 3 साल में 85.70 फीसदी बलात्कार के मामले बढ़े।
राज्य में साल 2019 में बलात्कार के बढ़ते मामलों ने राज्य सरकार तक पर सवाल खड़े कर दिए। थानागाजी गैंगरेप मामले में राज्य सरकार पर आरोप लगे की चुनाव की वजह से मामला दबाया गया। ऐसे कई बलात्कार के सनसनीखेज मामले रहे, जिन्होंने सरकार व पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए।
जानिए: 4 संगीन रेप केस के बारे में.. केस 1 — 1 जुलाई 2019 को जयपुर के शास्त्री नगर इलाके में 7 साल की बच्ची को अगवा कर दुष्कर्म करने की वारदात सामने आई। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। जिसे लेकर शास्त्रीनगर में हंगामा हुआ। दो गुट आमने सामने हो गए। गाड़ियों में तोड़फोड़ हुई। पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाएं रखने के लिए इंटरनेट बंद करा दिया और शास्त्रीनगर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया। 6 जुलाई को अपहरण व दुष्कर्म के आरोप में आरोपी जीवाणु को कोटा से गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि आरोपी पर पहले से कुकर्म व हत्या सहित अलग अलग 10 मुकदमें दर्ज है।
केस 2 — 6 मई 2019 को अलवर के थानागाजी में गैंगरेप का मामला सामने आया। जिसमें पति के सामने बदमाशों ने उसकी पत्नी का गैंगरेप किया। वीडियो बनाया और वायरल भी कर दिया। हालांकि यह घटना 26 अप्रैल को हुई थी। पुलिस ने 2 मई को मुकदमा दर्ज किया। लेकिन पुलिस ने गैंगरेप मामले में समय पर कोई कार्रवाई नहीं की। क्योंकि— पुलिस चुनाव में व्यस्त थी। हालांकि— बाद में गैंगरेप के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
केस 3 — 30 दिसंबर 2019 को चूरू के गांव बुकलसर बड़ा में एक 21 वर्षीय युवक शनिवार शाम सात बजे घर के आगे खेल रही चार साल की मासूम को खिलौना दिखाकर स्कूल के पीछे ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। इसी बीच बच्ची की तलाश कर रहे दादा को स्कूल के पीछे उसके चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। दादा स्कूल के पीछे गया, तो दरिंदा बच्ची को लहुलुहान हालत में छोड़कर वहां से भाग गया। दरिंदगी के कारण बच्ची रात भर दर्द के मारे रोती रही। भानीपुरा पुलिस ने घटना के करीब 22 घंटे बाद रविवार शाम आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। घटना को लेकर बच्ची के दादा की रिपोर्ट पर रविवार सुबह भानीपुरा थाने में युवक के खिलाफ मामला दर्ज हुआ।
केस 4 — 30 दिसंबर 2019 को टोंक जिले के खेड़ली गांव में 6 साल की बच्ची लापता हो गई थी। रविवार को गांव में ही झाड़ियों में उसका शव मिला। दुष्कर्म के बाद बच्ची के यूनीफार्म की बेल्ट से ही गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। दरिंदे ने बेल्ट से गला इतने जोर से दबाया था कि बच्ची की आंखें तक बाहर निकल आईं थी। पुलिस को जब खेड़ली गांव में बच्ची का शव मिलने की सूचना मिली तो डॉग स्क्ववायड को भी ले गई। स्निफर डॉग घटनास्थल से आरोपी के घर के पास पहुंच गया। बच्ची से दुष्कर्म और हत्या मामले में पुलिस ने एक ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी महेंद्र मीणा उर्फ धोल्या ने गुनाह कबूल किया है। आरोपी ड्राइवर बच्ची के गांव में ही रहता है। स्निफर डॉग की मदद से पुलिस आरोपी तक पहुंची।