कस्टम ऑफिस से बोलना बताकर लेते थे रुपए
पुलिस ने बताया कि महिला के पास बार बार फोन आए। जिसमें कस्टम ऑफिस में बोलना बताकर पैसे डालने के लिए कहा गया। एलीकुटी ने बताया कि पार्सल के संबंध में कस्टम अधिकारी बताकर उसे बार बार डरा धमकाकर पैसे लेते रहे। 6 और 7 जनवरी को 78-78 हजार डलवा लिए,14 जनवरी तक महिला 9 लाख 51 हजार रुपए तक दे चुकी थी। एलीकुटे का कहना है कि यह रकम ज्यादा हो सकती है क्योकि उसने और भी पैसे डाले थे। जब कई दिन तक पार्सल नहीं आया तो एलीकुटे ने बात की तो मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। पुलिस अब मोबाइल पर आए मैसेजों के आधार पर जांच कर रही हैं।
पुलिस ने बताया कि महिला के पास बार बार फोन आए। जिसमें कस्टम ऑफिस में बोलना बताकर पैसे डालने के लिए कहा गया। एलीकुटी ने बताया कि पार्सल के संबंध में कस्टम अधिकारी बताकर उसे बार बार डरा धमकाकर पैसे लेते रहे। 6 और 7 जनवरी को 78-78 हजार डलवा लिए,14 जनवरी तक महिला 9 लाख 51 हजार रुपए तक दे चुकी थी। एलीकुटे का कहना है कि यह रकम ज्यादा हो सकती है क्योकि उसने और भी पैसे डाले थे। जब कई दिन तक पार्सल नहीं आया तो एलीकुटे ने बात की तो मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। पुलिस अब मोबाइल पर आए मैसेजों के आधार पर जांच कर रही हैं।
इसका रखे ध्यान
अगर किसी व्यक्ति का बैंक अधिकारी या कस्टम अधिकारी बनकर फोन आता है तो पूरी जांच पड़ताल करें। संभव हो तो लेन-देन की बात आने पर अपने बैंक जाए और वहां पूरी तहकीकात करने के बाद लेन देन करे।
इसी तरह अगर कोई कस्टम अधिकारी बनकर फोन करता है तो पार्सल के बारे में पूरी बातचीत करें। पैसा देने से पहले पार्सल देने वाले व्यक्ति से भी बात करें।
अगर कोई व्यक्ति आपसे मोबाइल नम्बर पर ओटीपी पूछता है तो उसे हरगिज नहीं बताए।
अगर किसी व्यक्ति का बैंक अधिकारी या कस्टम अधिकारी बनकर फोन आता है तो पूरी जांच पड़ताल करें। संभव हो तो लेन-देन की बात आने पर अपने बैंक जाए और वहां पूरी तहकीकात करने के बाद लेन देन करे।
इसी तरह अगर कोई कस्टम अधिकारी बनकर फोन करता है तो पार्सल के बारे में पूरी बातचीत करें। पैसा देने से पहले पार्सल देने वाले व्यक्ति से भी बात करें।
अगर कोई व्यक्ति आपसे मोबाइल नम्बर पर ओटीपी पूछता है तो उसे हरगिज नहीं बताए।