पूछताछ में उन्होंने बताया कि धौलपुर से यह घी लेकर जोधपुर सप्लाई करने गए थे। लेकिन जोधपुर में जिस व्यापारी को घी देना था, उसने चेक करने के बाद घी नकली होना बताया और लेने से इनकार कर दिया। घी को वापस धौलपुर ले जा रहे थे। एसपी शंकर दत्त शर्मा ने बताया कि घी की जांच के लिए एफएसएल और खाद्य विभाग की टीम को सेम्पल लेने के लिए बुलाया है। उन्होंने बताया कि ट्रक में भरा घी नकली होने की आशंका है। सेम्पल की जांच होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। इस घी की कीमत बाजार में करीब 90 लाख रुपए बताई जाती है।
पांच खाद्य सामग्रियों के लिए नमूने चिकित्सा विभाग की ओर से मिलावट के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत मंगलवार को जांच के लिए पांच नमूने लिए गए। टीम ने ये नमूने झोटवाड़ा स्थित सरसों तेल की फर्म से दो नमूने, एक दूसरी फर्म से पनीर का एक नमूना और दीनानाथजी की गली स्थित एक फर्म से पान मसाले के दो नमूने लिए गए।
भारी मात्रा में मावा जब्त
उधर चिकित्सा विभाग की केन्द्रीय टीम ने दिवाली अभियान में की गई कार्यवाही के तहत निरिक्षण के दौरान चीथवाड़ी से एक मिनी ट्रक में जयपुर शहर के अलग अलग स्थानों के मावा व्यापारियों को आपूर्ति किए जाने वाले 65 ड्रम पकड़े। इनमें करीब 195 किलो मावा भरा हुआ था। रिक्शों और लोडिंग टैंपों से यह ड्रम गोपालजी का रास्ता न्यू सांगानेर रोड़, झोटवाड़ा,एवं दूध मंडी के मावा व्यापारियों के यहां आपूर्ति किया जाना था।