गत चुनाव के हालात देखें तो कांग्रेस को इस चुनाव में भाजपा से बढ़त बनाने के लिए पूरी ताकत लगानी होगी। हालांकि हाल ही 50 निकायों के हुए चुनाव में कांग्रेस ने निर्दलीयों की मदद से 36 निकायों में बोर्ड बनाए हैं, लेकिन इस पहले चरण में कांग्रेस का जनाधार ज्यादा था। लेकिन अगले चरण में 90 निकायों में हो रहे चुनाव में भाजपा का दबदबा है। ऐसे में यहां कांग्रेस को ज्यादा ताकत लगानी होगी। वैसे राज्य में कांग्रेस की सत्ता होने से इसका लाभ मिलेगा। लेकिन कांग्रेस संगठन भाजपा से इस बार कितने बोर्ड ज्यादा बनाएगा यह 28 जनवरी को मतदान के बाद 31 जनवरी को परिणाम आने पर ही पता चलेगा।
जिला ——–भाजपा——–कांग्रेस——–निर्दलीय
अजमेर——–4 ————1 ————0
बांसवाड़ा——1————-0————-0
बीकानेर——-4 ————–3 ——– –0
भीलवाड़ा——-2 ————0 ———— 1
बूंदी————6 ———— 0 ———— 0
प्रतापगढ़——-2 ————0 ———— 0
चित्तौडगढ़़—– 3 ———— 0 ———— 0
चूरू———–6 ———— 2 ———— 0
डूंगरपुर——-2 ———— 0 ———— 0
हनुमानगढ़—–1 ———— 3 ———— 1
जैसलमेर——- 0 ———— 1 ———— 0
जालोर——– 1 ————–0 ———— 0
झालावाड़—–3 ———— 2 ———— 0
झुंझुनूं——- 6 ———— 2 ———— 1
नागौर——- 5 ———— 3 ———— 0
पाली———5 ———— 2 ———— 0
राजसमंद—–1 ———— 1 ———— 0
सीकर——–2 ———— 5 ———— 0
टोंक ——- -4 ———— 0 ———— 1
उदयपुर——-2 ———— 0 ———— 1