जमकर भिगेगा प्रदेश
इस बार मानसून खेती के ज्यादा अनुकूल हो सकता है। मई के अंतिम या जून के पहले हफ्ते में केरल में पहली बारिश हो सकती है। ऐसे में प्रदेश में भी अच्छी बारीश के संकेत है। प्रदेश के हर भाग में इस बार मानसूनी बादल जमकर बरसने वाले हैं। माना जा रहा है कि सामान्य बारिश से अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
इस बार मानसून खेती के ज्यादा अनुकूल हो सकता है। मई के अंतिम या जून के पहले हफ्ते में केरल में पहली बारिश हो सकती है। ऐसे में प्रदेश में भी अच्छी बारीश के संकेत है। प्रदेश के हर भाग में इस बार मानसूनी बादल जमकर बरसने वाले हैं। माना जा रहा है कि सामान्य बारिश से अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
स्काईमेंट ने भी की थी सामान्य बारीश की भविष्वाणी
स्काईमेंट ने भी सामान्य मौसम की भविष्यवाणी की थी। स्काईमेट ने इस साल जून-सितंबर के बीच 100 फीसदी मानसून का अनुमान जताया था। मानसून से पहले अल-नीनो की स्थिति सामान्य होने से अल-नीनो का खतरा कम हो गया है। अल-नीनो प्रशांत महासागर में समुद्री सतह के गर्म होने की स्थिति है।
स्काईमेंट ने भी सामान्य मौसम की भविष्यवाणी की थी। स्काईमेट ने इस साल जून-सितंबर के बीच 100 फीसदी मानसून का अनुमान जताया था। मानसून से पहले अल-नीनो की स्थिति सामान्य होने से अल-नीनो का खतरा कम हो गया है। अल-नीनो प्रशांत महासागर में समुद्री सतह के गर्म होने की स्थिति है।
ये है पूर्वानुमान
सामान्य यानि 96 फीसदी से 1046 फीसदी बारिश की संभावना : 426 फीसदी
सामान्य से अधिक बारिश (104-1106 फीसदी के बीच)की संभावना : 126 फीसदी
अत्याधिक बरसात (1106 फीसदी से ज्यादा) की संभावना : 026 फीसदी
सामान्य से कम बरसात (90-966 फीसदी के बीच) की संभावना : 306 फीसदी
सूखे (906त्न से कम बरसात) की संभावना : 166 फीसदी
सामान्य यानि 96 फीसदी से 1046 फीसदी बारिश की संभावना : 426 फीसदी
सामान्य से अधिक बारिश (104-1106 फीसदी के बीच)की संभावना : 126 फीसदी
अत्याधिक बरसात (1106 फीसदी से ज्यादा) की संभावना : 026 फीसदी
सामान्य से कम बरसात (90-966 फीसदी के बीच) की संभावना : 306 फीसदी
सूखे (906त्न से कम बरसात) की संभावना : 166 फीसदी
15 मई को जारी होंगे केरल के अनुमान
मानसून के केरल पहुंचने का अनुमान 15 मई को जारी होगा। दूसरे चरण के पूर्वानुमान जून की शुरुआत में आएंगे। इसमें देश में जून से सितंबर तक के पूर्वानुमान दिए जाएंगे।
मानसून के केरल पहुंचने का अनुमान 15 मई को जारी होगा। दूसरे चरण के पूर्वानुमान जून की शुरुआत में आएंगे। इसमें देश में जून से सितंबर तक के पूर्वानुमान दिए जाएंगे।
आज यहां गिर सकती हैं बौछारें
अप्रेल का दूसरा पखवाड़ा शुरू हो चुका है लेकिन प्रदेश में गर्मी के बढ़ते असर पर बादलों ने पहरा लगा रखा है। बादलों की रही आवाजाही के चलते पारे में बढ़ोतरी के बावजूद जहां दिन में धूप की तपन से राहत मिल रही है वहीं रात में भी गर्मी का असर कम महसूस हो रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले चौबीस घंटे में प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में जहां धूलभरी हवाएं चलने व मौसम शुष्क रहने का अनुमान है वहीं राजधानी समेत पूर्वोत्तर हिस्सों में बादलों की आवाजाही के साथ कुछ इलाकों में छितराई बौछारें गिरने की संभावना है। हालांकि अधिकांश हिस्सों में दिन का तापमान 40 डिग्री व उससे ज्यादा रहने की संभावना है।
अप्रेल का दूसरा पखवाड़ा शुरू हो चुका है लेकिन प्रदेश में गर्मी के बढ़ते असर पर बादलों ने पहरा लगा रखा है। बादलों की रही आवाजाही के चलते पारे में बढ़ोतरी के बावजूद जहां दिन में धूप की तपन से राहत मिल रही है वहीं रात में भी गर्मी का असर कम महसूस हो रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले चौबीस घंटे में प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में जहां धूलभरी हवाएं चलने व मौसम शुष्क रहने का अनुमान है वहीं राजधानी समेत पूर्वोत्तर हिस्सों में बादलों की आवाजाही के साथ कुछ इलाकों में छितराई बौछारें गिरने की संभावना है। हालांकि अधिकांश हिस्सों में दिन का तापमान 40 डिग्री व उससे ज्यादा रहने की संभावना है।