शिशुगृह की अधीक्षक किरण पंवार ने बताया कि तड़के 3.50 बजे पालने का अलार्म बजा। अलार्म स्टाफ ने जाकर देखा तो उसमें नवजात बच्ची थी। बच्ची ने कपड़े पहने हुए थे, लेकिन कंबल में नहीं थी। बच्ची के बारे में बाल कल्याण समिति को सूचित कर जेकेलॉन अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। बच्ची एक-डेढ महीने की लग रही है। प्राथमिक जांच में बच्ची के दृष्टिबाधित होने की संभावना लग रही है। यह भी हो सकता है कि परिजनों ने बच्ची को इसी कारण त्यागा हो। अस्पताल में जांच के बाद भी पूरी जानकारी पता लग पाएगी।
कुछ महीने पहले भी ट्रांसजेंडर समझ त्यागी थी एक बच्ची कुछ महीने पहली भी ट्रांसजेंडर समझ एक नवजात को पालने में छोड़ा गया था। हालांकि बाद में जांच में उसके लड़की होने का पता चला। बाद में जन्मजात विकृति के कारण बच्ची की मौत हो गई थी।