पिता नींद के आगोश मे क्या गए, बेटी ने प्रेमी प्रवीण को बुला लिया। दोनो ने पहले तो पिता का गला काट दिया और उसके बाद लाश को घसीटकर बाथरूम में ले आए। वहां पर पैट्रोल की चार बोतलें पिता पर खाली की और उनको आग लगा दी। आग की लपटें देखकर पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने मौके से बेटी और उसके प्रेमी को दबोच लिया। दोनो पुलिस को अलग—अलग कहानियां सुनाने लगे तो पुलिस ने दोनो को धमकाया। बस हत्या का खुलासा करने के लिए ये धमकी काफी थी। राज खुला तो एक बार तो पुलिस अफसरों के भी पसीने छूट गए। बेटी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जयपुर और विराटनगर में रहने वाले रिश्तेदार भी बेंगलुरू गए हैं। घर में बचे मां और बेटे का बहुत बुरा हाल है।