देर रात की इस घटना के बारे में पुलिस ने बताया कि सरदारशहर तहसील के गांव मितासर में देर रात बच्ची के रोने की आवाज सुनकर लोगों के कान खड़े हो गए। कीचड़ से बच्ची के मिलने की जानकारी थाने को दी गई। थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और बच्ची को नजदीक ही अस्पताल मे भर्ती कराया। बच्ची के तन पर कपडे नहीं थे और शरीर कीचड़ से सना हुआ था। अस्पताल स्टाफ ने तुरंत बच्ची को साफ किया और उसके लिए कपडे लाकर उसे पहनाया। कुछ घंटों के लिए डॉक्टरों की पूरी टीम वहां आ पहुंची और सभी जांच की। बाद में पता चला कि बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। पुलिस ने बताया कि बच्ची को फेंकने वाली मां की तलाश की जा रही है।
जयपुर के सिंधी कैंप थाना इलाके में स्थित प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल जनाना अस्पताल चांदपोल के बाथरुम मेें भी एक मां ने अपनी पैदाईश छुपाने के लिए भ्रूण को ठिकाने लगा दिया। करीब पांच से छह महीने के इस भ्रूण के बारे में जानकारी उस समय मिली जब अस्पताल का क्लीनिंग स्टाफ सफाई कर रहा था। महिला स्टाफ को इसकी जानकारी मिली तो उसने डॉक्टर्स को इस बारे में बताया। डॉक्टर्स ने जांच पउताल की तो पता चला कि भ्रूण लड़के का है। बाद में उसे मुर्दाघर में रखवाया गया और सिंधी कैंप थाने में आरोपी महिला के खिलाफ केस दर्ज कराया गया।