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आग में जलती किताबों को देख फूट फूटकर रोने लगी बेटी, पिता बोला : नहीं भेज सकता लड़की को स्कूल

locationजयपुरPublished: Mar 28, 2019 06:59:48 pm

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आग में जलती किताबों को देख फूट फूटकर रोने लगी बेटी, पिता बोला : नहीं भेज सकता लड़की को स्कूल

मुकेश शर्मा / जयपुर. जवाहर नगर टीला नंबर दो स्थित एक परिवार के सपने घर में लगी आग में चकनाचूर हो गए। परिवार की 17 वर्षीय इकलौती बेटी ने इस बार दसवीं की परीक्षा दी है और अब 11वीं में पढऩा चाहती है। उसकी पढऩे की उम्मीद भी आग के साथ जल गईं। वहीं आशियाना और सारा सामान जलने के बाद पिता की हिम्मत भी अब जवाब दे गई। परिवार के पास पहने हुए कपड़े ही बचे हैं।

हुआ यूं कि जवाहर नगर टीला नंबर दो निवासी बफाति भाई वर्ष 1981 से यहां रह रहा है। पति-पत्नी मेहनत मजदूरी कर दो कमरों का आशियाना बनाया था। उनके तीन बेटे और एक बेटी सोनम है। बेटी दूसरे नंबर की है और बुधवार को ही उसकी दसवीं की परीक्षा समाप्त हुई थी। बुधवार रात करीब 11 बजे बफाति घर लौटा तो पत्नी गैस सिलेंडर पर खाना गर्म करने लगी। तभी सिलेंडर लीकेज होने के कारण उसमें आग लग गई। पलभर में आग पूरे कमरे में फैल गई और पड़ोस के कमरे को भी चपेट में ले लिया। स्थानीय लोगों की मदद से पीडि़त परिवार ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन आग बढ़ती गई। सूचना पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने पानी फेंक आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक दोनों कमरों में रखा सामान जलकर राख हो गया।
जलीं किताबें देख फूट—फूटकर रोने लगी बेटी

पढ़ लिखकर कुछ बनने के सपने देखने वाली सोनम अपनी जलीं किताबें देखकर फूट फूटकर रोने लगी। वह आगे पढऩा चाहती है। लेकिन अब तक जोड़ा गया सामान, रुपए व चांदी के कुछ जेवर आग की भेंट चढ़ गए। पिता बफाति फिर से आशियाना बनाए और बेटी की शादी के लिए पैसे जुटाए। या फिर बेटी और छोटे दोनों बेटे को आगे कैसे पढ़ाए। अंत में मजबूर पिता के मुंह से बस यही निकल सका कि अब आगे स्कूल नहीं भेज सकता। सोनम का बड़ा भाई भी वाहन रिपेयरिंग का काम सीख रहा है। सोनम खुद कुछ बनकर अपने छोटे भाइयों को भी पढ़ाना चाहती है।
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