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आंखों से दिखाई नहीं देता था, दिल में छेद था, पहले परिवार ने लावारिस छोड़ा, अब मासूम ने दुनिया

locationजयपुरPublished: Apr 19, 2019 09:36:25 pm

शिशु गृह के पालना में छोड़ी बच्ची की करीब सवा तीन माह बाद मौत

dead body

आंखों से दिखाई नहीं देता था, दिल में छेद था, पहले परिवार ने लावारिस छोड़ा, अब मासूम ने दुनिया

मुकेश शर्मा / जयपुर. जन्म के बाद कुदरत ने इस नन्हीं परी के साथ कैसा न्याय किया। जन्म लेने के बाद परिवार वाले उसे गांधी नगर स्थित शिशु गृह के पालना गृह में छोड़ गए। नियति भी देखो, पालना गृह में उसकी जांच हुई तो पता चला कि उसे नजर भी नहीं आता और उसके दिल में छेद है। करीब सवा तीन साल इस दुनिया में जीन के बाद मासूम ने गुरुवार को दम तोड़ दिया। हालांकि उसकी मौत के कारण पोस्टमार्टम के बाद चलेगा।
बजाज नगर थाना पुलिस शनिवार को एसएमएस अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराएगी। पुलिस ने बताया कि गुरुवार को शिशु गृह में मासूम वसुंधरा की तबीश्त बिगड़ी तो जेके लोन अस्पताल ले जाया गया। जहां पर आधा एक घंटे उपचार होने के बाद उसने दम तोड़ दिया। उसे सांस लेने में भी तकलीफ थी।
नहीं मिला पूरा इलाज
मासूम के साथ कुदरत ने तो नाइंसाफी की ही, लेकिन सूत्र बताते हैं कि मासूम को इलाज भी पूरा नहीं मिला। जब मासूम की तबियत खराब थी, तो उसे शिशुगृह में ही क्यों रखा गया। सांस लेने में अधिक तकलीफ होने के बाद ही उसे अस्पताल ले जाया गया। जबकि उसकी तबियत सही नहीं थी तो उसे पहले से ही अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए। ये कई सवाल मासूम की मौत के साथ ही दफन हो जाएंगे।
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