पूछताछ में जुटे एक पुलिसकर्मी ने बताया कि 27 जनवरी की रात को कमांडो ऑपरेशन के बाद जिया और पपला को नीमराना थाने में रविवार को आमने-सामने लाया गया। तब जिया और पपला एक दूसरे के गले मिलकर दोनों रोने लगे। रोते हुए पपला बोला कि जिया का कसूर नहीं है। जिया को जाने दो मुझे पकड़ लिया। पूछताछ में पपला ने फरारी के दौरान एक बार राजस्थान आना बताया। अब पुलिस राजस्थान में वह किससे मिला था, इसकी जानकारी जुटा रही है।
एनकाउंटर कर देगी पुलिस, इसलिए थाने पर कर दी फायरिंग पूछताछ में पपला ने बताया कि बहरोड़ थाना पुलिस ने जब उसे पकड़ा था, तब पुलिस कर्मियों को पता नहीं था कि वह हरियाणा का वांटेड पपला है। गैंग के खास साथी राजवीर व अन्य को आशंका हुई कि बहरोड़ थाना पुलिस को पपला की सच्चाई का पता चलेगा तो वह उसका एनकाउंटर कर देगी। एनकाउंटर होने से पहले ही साथियों ने बहरोड़ थाने पर धावा बोल दिया। पूछताछ में हथियार भी राजवीर द्वारा लाया जाना बताया। हालांकि पपला के फरार अन्य खास साथियों सहित हथियारों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।