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खून नहीं मिलने से गई प्रसूता की जान, भटकते रहे परिजन, जनाना अस्पताल में भर्ती थी महिला

locationजयपुरPublished: Aug 09, 2019 09:53:01 pm

जनाना अस्पताल ( Janana Hospital ) में प्रसूता की मौत ( Maternal Death ), परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप, जनाना से एसएमएस अस्पताल ( SMS Hospital ) आए ब्लड लेने, मोहर नहीं लगी थी, वापस गए जनाना, शाम तक नहीं मिला रक्त, इस दौरान हो गई मौत

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खून नहीं मिलने से गई प्रसूता की जान, भटकते रहे परिजन, जनाना अस्पताल में भर्ती थी महिला

विकास जैन / जयपुर। चांदपोल स्थित जनाना अस्पताल ( Janana Hospital ) में एक महिला के परिजन ने डॉक्टरों पर लापरवाही और मरीज की अनदेखी का आरोप लगाया हे। प्रसूता के परिजनों ने बताया कि गर्भवती ललिता ने शुक्रवार सुबह ऑपरेशन से शिशु को जन्म दिया था। इस दौरान उसकी नस फट गई और उसके रक्त स्त्राव होने लगा। परिजनों का आरोप है कि इसके बावजूद डॉक्टरों ने उसे नहीं संभाला।
अधिक रक्त स्त्राव होने पर प्रसूता को रक्त की जरूरत पड़ी। रक्त के लिए पर्ची लेकर वे एसएमएस ( SMS Hospital ) गए तो वहां पर्ची पर मोहर नहीं लगी होना बताकर वापस जनाना भेज दिया। जनाना से मोहर लगवाकर दो बजे वापस एसएमएस पहुंचे तो ब्लड मिलने का समय 5 बजे बता दिया गया। इस बीच प्रसूता ने शाम 4 बजे दम तोड़ दिया।
परिजनों का आरोप है कि ललिता का प्रसव शुक्रवार सुबह ऑपरेशन से हुआ। इस दौरान नस फटने से उसके रक्त स्त्राव शुरू हो गया। रक्त ही नहीं रुका। इस दौरान किसी ने नहीं संभाला। एसएमएस से रक्त लाने के लिए पर्ची दी। उस पर भी मोहर नहीं लगाई। वहां से एसएमएस से वापस भेज दिया, मोहर लगाने के लिए। जनाना वालों ने फिर मोहर लगाकर दी। इसके बाद एसएमएस में दो बजे पर्ची दी, पांच बजे रक्त दिया। इस बीच 4 बजे मौत हो गई। परिजन ने बताया कि इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को भी दी है। वहीं सिंधी कैंप थाना पुलिस का कहना है कि सूचना पर पुलिस गई थी। लेकिन कोई मामला दर्ज नहीं करवाया गया है। इस मामले में अस्पताल अधीक्षक डॉ लता राजोरिया से संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
मोहर लग जाती तो बच जाती जान
परिजनों ने बताया कि अगर जनाना अस्पताल वाले पहले ही पर्ची पर मोहर लगाकर दे देते तो हमें एसएमएस अस्पताल से रक्त मिल जाता। अगर ललिता के समय पर रक्त चढ़ा दिया जाता तो शायद ललिता की जान बच जाती। उनकी इस लापरवाही से ललिता की जान चली गई।
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