परिजनों ने बताया कि अगर जनाना अस्पताल वाले पहले ही पर्ची पर मोहर लगाकर दे देते तो हमें एसएमएस अस्पताल से रक्त मिल जाता। अगर ललिता के समय पर रक्त चढ़ा दिया जाता तो शायद ललिता की जान बच जाती। उनकी इस लापरवाही से ललिता की जान चली गई।
जयपुरPublished: Aug 09, 2019 09:53:01 pm
pushpendra shekhawat
जनाना अस्पताल ( Janana Hospital ) में प्रसूता की मौत ( Maternal Death ), परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप, जनाना से एसएमएस अस्पताल ( SMS Hospital ) आए ब्लड लेने, मोहर नहीं लगी थी, वापस गए जनाना, शाम तक नहीं मिला रक्त, इस दौरान हो गई मौत
खून नहीं मिलने से गई प्रसूता की जान, भटकते रहे परिजन, जनाना अस्पताल में भर्ती थी महिला