रिएलिटी चेक: कुछ बैंकों के एटीएम पर तो 30 दिन से पड़े हैं ताले
moradabad atm
जय प्रकाश, मुरादाबाद। नोटबंदी के 30 दिन बाद भी शहर के हालात नहीं बदले। दावों के विपरीत शहर में कोई भी एटीएम 24 घंटे नहीं चल पा रहा है। कुछ बैंक के एटीएम के ताले 30 दिनों बाद भी नहीं खुले हैं और कुछ में बीते तीस दिनों में एक या दो बार ही कैश डाला गया है। हालात ये हैं कि लोग अपने पैसे के लिए तड़के से लेकर इस हाड़ कंपाऊ ठंड में देर रात तक एटीएम के बाहर इंंतजार कर रहे हैं।
नोटबंदी के तीस दिन बाद शहर में क्या हालात हैं, इसको लेकर एटीएम के बाहर के माहौल् का जायजा पत्रिका संवाददाता ने लिया। रात में किसी भी बैंक की शाखा के एटीएम में पैसा नहीं था और कई जगह लोग रात बारह बजे तक इन्तजार में थे की शायद पैसा पड़ेगा।
देखें वीडियो
8 नवंबर को हुई नोटबंदी की घोषणा
कालेधन और भ्रष्टाचार से लड़ाई के नाम मोदी सरकार ने 8 नवम्बर को देश भर में आधी रात से पांच सौ और एक हजार के नोट बंद कर दिए थे, जिसके बाद कहा गया की स्थिति जल्द सामान्य हो जाएगी। धीरे-धीरे एक महीना बीत गया, लेकिन स्थित जैसे की तैसी की।
देखें वीडियो
एटीएम ने दिया धोखा
बैंक के बाहर लाइन कुछ कम जरूर लेकिन बंद नहीं हुई है, जबकि बैंक का विकल्प यानि एटीएम के धोखे ने लोगों को तोड़कर रख दिया है। टीम पत्रिका ने जब आज एक महीना पूरा होने पर रात में अलग-अलग बैंकोंं के एटीएम का जायजा लिया तो किसी भी एटीएम में कैश नहीं था।
150 से एटीएम हैं शहर में
शहर में सार्वजनिक और निजी बैंको के एटीएम मिलकर करीब डेढ़ सौ से ज्यादा एटीएम हैं, लेकिन नोट बंदी के बाद कुछ ही एटीएम काम कर रहे हैं। इनमे 24 घंटे का दावा बिलकुल फेल है। स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया और पीएनबी के एटीएम के अलावा अभी और कोई अन्य सार्वजनिक बैंक एटीएम शुरू नहीं कर पाए हैंं, जबकि निजी बैंकों में एचडीएफसी और आईसीआईसीआई ही कुछ घंटो के लिए सिर्फ मुख्य शाखा के एटीएम चला पा रहे हैं। टीम पत्रिका जब यहांं पहुंंची तो सिर्फ गार्ड मिला और बताया की दिन में एक बार ही कैश पड़ता है वो भी एक या दो घंटे ही चल पाता है।
सैलरी से नहीं निकाल पाए एक पैसा भी
उधर, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में रात 11 बजे के बाद भी बड़ी संख्या में लोग एटीएम के बाहर डटे थे कि शायद उन्हें कैश मिल पाए। उनका दर्द भी छलका की इतनी ठंड में कई लोग सुबह से लगे रहे और उन्हें अंत तक कैश नहीं मिल पाया। कई लोग तो ऐसे हैं की अपनी सेलरी से एक रुपया भी अभी इस महीने नहीं निकाल पाए हैं। उधर, बैंक प्रबन्धन मांग के मुताबिक कैश न मिल पाने की बात कर रहे हैं। इनके मुताबिक रिज़र्व बैंक को डिमांड भेज रखी है, लेकिन अभी तक वयवस्था नहीं बन पा रही है।