इस दौरान प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर दौरा कर रहे चीफ मैनेजर भानू प्रताप सिंह ने आग की लपटें देखी तो दौड़ते हुए बस के पास पहुंचे और आसपास खड़ी करीब 50 बसों को बस स्टैंड से बाहर निकलवाया। इसके बाद बस को जलता देख भानू प्रताप सिंह पानी का पाइप लेकर पूरे प्रेशर के साथ पानी चालू करवाकर आग बुझाने में जुट गए। अंदर की ओर आग पर काबू पाने के लिए वे जलती हुए बस के गेट पर खड़े हो गए और पूरे प्रेशर के साथ बस के अंदर पानी फेंका। जिससे आग पर थोड़ा काबू पाया और आग दूसरी जगह नहीं फैली। करीब 15 मिनट के बाद पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने पूरी तरह से आग पर काबू पाया।
यात्रियों को निकाला बाहर बस की लपटें तेज होने पर एक बार के लिए चीफ मैनेजर ने सभी यात्रियों को बस स्टैंड से बाहर निकालने के लिए कहा। कुछ मिनटों में ही सभी यात्रियों को बाहर कर दिया गया। साथ ही एंट्री और एग्जिट गेट से किसी को अंदर प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी गई। भीड़ को नियंत्रित करने से कोई जनहानि नहीं हुई। आगजनी की घटना के कारण सिंधीकैंप बस स्टैंड से करीब पौन घंटे तक किसी रूट पर बस का संचालन नहीं किया गया।
इनका कहना है: ‘घटना दोपहर करीब 12 बजे की है। पाली डिपो की बस आगजनी से करीब आधे घंटे पहले ही आई थी और पार्किंग में खड़ी थी। प्रथमदृष्टया आग का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। हालांकि कारणों की अभी जांच की जाएगी। बस की मेंटिनेंस में किसी तरह की कमी शुरूआती जांच में सामने नहीं आई है।’
भानूप्रताप सिंह, मुख्य प्रबंधक, सिंधीकैंप बस स्टैंड