जयपुर

पहाड़ पर बसे लोगों को ‘आपणी दुकान’ से राहत

कोरोना के साथ लड़ाई में प्रशासन के लिए भी हर एक नई चुनौती लेकर आता है। इन चुनौतियों से ही नवाचारों और जनहित के नव प्रयोगों की राह भी खुल रही है। जैसे डूंगरपुर जिले में आपणी दुकान सुदूर दुर्गम इलाकों में लोगों को किराना सामान के रूप में राहत पहुंचा रही है।

जयपुरMay 12, 2020 / 11:53 pm

Chandra Shekhar Pareek

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अभियान ‘हर जरूरतमंद तक पहुंचे खाना, कोई ना सोयें भूखा’ और उनके मागदर्शन व मंशा के अनुरूप डूंगरपुर जिला प्रशासन ने जिले में तीन स्तरों पर ‘फूड बैंक’ एवं दूरस्थ पहाड़ी मगरों, ढाणियों एवं ग्रामों में ‘आपणी दुकान’ स्थापित कर इस कोरोना महामारी के दौर में प्रत्येक जरूरतमंद तक राशन एवं भोजन पहुंचाने की अनूठी पहल की है।
दूरस्थ ग्रामों में ‘आपणी दुकान’ दे रही है राहत
लॉक डाउन की अवधि में जिले की भौगोलिक स्थिति एवं पहाड़ी क्षेत्र को देखते हुए दुरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों जहां पर दो किलोमीटर की परिधि में एक भी किराणा की दुकान नहीं है, उन ढाणी, मगरों एवं गांवों में आम व्यक्ति की दिनचर्या हेतु अन्य आवश्यक सामग्री यथा दालें, मसालें, तेल, साबून एवं आवश्यक सामग्री की उपलब्धता की सुगमता बनाने हेतु आंगनबाड़ी एवं मां-बाड़ी केन्द्रों पर अस्थाई रूप से ‘आपणी दुकान’ के नाम से आवश्यक सामग्री दी जा रही है।
पायलट प्रोजेक्ट में चुने 27 गांव
इसके तहत सबसे पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में उपखण्ड क्षेत्र साबला में 27 ऐसे गांव एवं ढाणी, जहां पर दो किलोमीटर परिधि क्षेत्र में कोई किराणा की दुकान नहीं है, वहां आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अस्थाई रूप से ‘आपणी दुकान’ शुरू की गई। अभी जिले में 49 ‘आपणी दुकानें’ चल रही है।
शहरी क्षेत्र में दस मोबाइल वैन से वितरण
शहरी क्षेत्र डूंगरपुर में आमजन को आवश्यक खाद्य सामग्री का घर पर ही वितरण सुनिश्चित हो इसके लिए मोबाइल वैन की व्यवस्था की गई है। डूंगरपुर शहरी क्षेत्रों में मोहल्ला वार निर्धारण करते हुए कुल दस मोबाइल वैन से सेवाएं दी जा रही हैं, जिससे अब तक 12 हजार 40 परिवारों को 21.46 लाख राशि की आवश्यक खाद्य सामग्री एवं दैनिक आवश्यक वस्तुएं उचित दर पर उपलब्ध करवाई गई है।

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