‘शिक्षा’ छोड़ 20 साल से कर रहे थे ‘पंचायती’, अब जाना होगा वापस
जयपुरPublished: Jun 19, 2020 06:09:19 pm
शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के 21 बीडीओ को फिर शिक्षा विभाग में बुलायासुरेंद्र ओझाश्रीगंगानगर. ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग में बीस साल से पंचायती कर रहे प्रतिनियुक्त शिक्षा अधिकारियों को माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने वापस बुला लिया है। शिक्षा सेवा के 21 अधिकारी ग्रामीण विकास विभाग में विकास अधिकारी के पद पर प्रतिनियुक्त थे।
न्यून परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों पर गिरेगी गाज
इन अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति के लिए एक साल की अनापत्ति जारी की गई थी। इनमें आधा दर्जन अधिकारी तो 21 साल से विकास अधिकारी के रूप में जमे हैं। जबकि ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग में विकास अधिकारियों का स्वयं का कैडर है। शिक्षा निदेशक की ओर से जारी आदेश के अनुसार शिक्षा विभाग में अधिकारियों के पद रिक्त हैं। इससे प्रशासनिक व्यवस्था एवं परीक्षा परिणामों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। प्रतिनियुक्ति पर चल रहे अधिकांश अधिकारी सेवानिवृत्ति से सालभर पूर्व ही पैतृक विभाग में उपस्थिति देते हैं, जिससे इनसे संबंधित न्यायिक प्रकरणों के निस्तारण में भी विलंब होता है।
ये हैं 21 बीडीओ
विभागीय सूची में दिनेश कटारा, रामनिवास बाबल, रूपसिंह गुजर, गोपीराम भांभू, हरफूल चौधरी व मोहित दवे 1999 से लगातार विकास अधिकारी के पद पर काबिज हैं। इसके अलावा टीकाराम चौधरी, गोपीराम महला, तनुराम 2006 से, रामचंद्र जाट व भूराराम बलाई 2007 से, बीरबलराम जानू, नाहरसिंह मीणा, गिर्राज मीणा, कन्हैयालाल वर्मा व भंवरलाल बिश्नोई 2008 से प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं। अन्य भी वर्षों से जमे हैं।
&ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग को शिक्षा अधिकारियों की प्रतिनियुक्तियां समाप्त करने के लिए लिखा है। नियमानुसार पांच साल से अधिक प्रतिनियुक्ति पर नहीं रह सकता लेकिन कई अधिकारी तो बीस-बीस साल से जमे हुए हैं। वहीं एनओसी के बिना भी कई अफसर प्रतिनियुक्ति पर हैं। इन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। अब सरकार अंतिम निर्णय लेगी।
– सौरभ स्वामी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा राजस्थान बीकानेर।