चार दिन में ढाई हजार उद्योगों में खुले ताले, 288 क्षेत्रों में कामकाज शुरु
लॉकडाउन अवधि में अब तक 4 हजार से अधिक इकाइयों को संचालन की अनुमति, उद्यमियों के संशय पर गृह मंत्रालय ने की स्थिति स्पष्ट

जयपुर. कोरोना संकट में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बीते सोमवार से शुरु हुए मॉडिफाइड लॉकडाउन के दौरान अब तक प्रदेश में करीब 4 हजार औद्योगिक इकाइयों ने कामकाज शुरु कर दिया है। अलवर, कोटा, बीकानेर, जोधपुर समेत विभिन्न जिलों में वृहद श्रेणी की करीब 50 इकाइयों ने भी उत्पादन शुरु करने की तैयारी कर ली है। गुरूवार शाम तक सरकार की ओर से जारी अनुमतियों को देखें तो दूसरे चरण के लॉकडाउन के बीते चार दिनों में 2498 इकाइयों को अनुमति जारी हो चुकी है। इसके अलावा पहले चरण में 1314 आवश्यक वस्तु निमात्री इकाइ उत्पादन शुरु कर चुकी हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्र की वह इकाइयां शामिल नहीं है, जिन्हें अनुमति की बाध्यता से मुक्त रखा गया था। सरकार ने दावा किया है कि प्रदेश के 340 औद्योगिक क्षेत्रों में से गुरुवार तक 288 में औद्योगिक गतिविधियां शुरु हो गई हैं।
जानबूझ कर अपराध साबित तो ही कार्रवाई
उद्योगपतियों में संक्रमित श्रमिक मिलने पर कार्रवाई को लेकर बने संशय पर केन्द्र सरकार ने भी स्थिति स्पष्ट की है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय प्रवक्ता के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ‘दावा व तथ्य’ संबंधी जानकारी देते हुए कहा है कि कानूनी प्रावधानों की गलत व्याख्या की जा रही है। आपदा प्रबंधन कानून में कार्रवाई तभी होगी, जबकि अपराध नियोक्ता ने जानबूझ कर किया हो। उसके संज्ञान में हो या लापरवाही के चलते हुआ हो।
बाहरी उद्यमियों का मामला केन्द्र को भेजा
कई ऐसे भी मामले आए हैं, जहां उद्यमी की इकाइ राजस्थान में है, जबकि निवास किसी अन्य राज्य में हैं। लॉकडाउन के चलते वह अपनी इकाइयों में नहीं आ पा रहे हैं। उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ.सुबोध अग्रवाल ने बताया कि इंटरस्टेट श्रेणी का होने के कारण यह मामला फिलहाल केन्द्र को भेजा गया है। प्रमुख तौर पर भिवाड़ी, नीमराणा को लेकर यह मामले आए थे।
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