छात्रसंघ चुनाव एबीवीपी ने जारी की टिकिट छात्रा को बनाया उम्मीदवार
जयपुरPublished: Aug 10, 2019 10:18:36 am
छात्र संगठनों में शुरू की रुठों को मनाने की कवायद तो टिकिट के लिए बचे सिर्फ गिने चुने प्रत्याशी
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जयपुर
प्रदेश में 27 अगस्त को होने वाले छात्रसंघ चुनावों के छात्र संगठनों ने भी कवायद शुरू कर दी है। गत तीन सालों से राजस्थान विश्वविद्यालय में अध्यक्ष पद पर हार का सामना कर रहे छात्र संगठन एबीवीपी और एनएसयूआई ने अपनी जीत के लिए रणनीति शुरू कर दी है। गत सालों में अपनों से ही हारने वाले दोनों ही प्रमुख छात्र संगठनों ने रूठों को मनान की कवायद शुरू कर दी है। एबीवीपी ने अपने पूर्व कार्यकर्ताओं को बुलाकर बैठक शुरू कर दी है और उनसे गत चुनावों में हुई हार के कारणों की समीक्षा की। वहीं एनएसयूआई ने भी अपने संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं को बुलाया है और एकजुट रहने के लिए कहा है जिससे की संगठन को जीत मिल सकें। वहीं छात्र संगठन टिकिट के लिए अब योग्य उम्मीदवारों की तलाश में जुट गई है। क्योकि परीक्षा परिणाम आने के बाद दोनों की छात्र संगठनों के पास अब गिने चुने प्रत्याशी ही बचे है जिनको टिकट के लिए चयन करना हैं। परीक्षा परिणामों के बाद एबीवीपी की मुश्किल ज्यादा बढ़ गई है क्योकि उसके दो मजबूत टिकिट के दावेदार जिन्होंने साल भर कैंपस में तैयारी की थी वह फेल हो चुके है। इसी तरह एनएसयूआई के सामने भी यह परेशानी है। संगठन भी जिन प्रत्याशियों अध्यक्ष पद पर दांव खेलना चाह रहा था उसके वह दो मजबूत दावेदार भी अब तक आए परीक्षा परिणामों में चुनाव लड़ने की दौड़ से वंचित रह गए हैं।
यह है मुख्य दावेदार
परीक्षा परिणाम आने के बाद अब राजस्थान विश्वविद्यालय में एबीवीपी के पास टिकिट की दौड़ के लिए अमित बड़बड़वाल,नितीन शर्मा,अरुण शर्मा,शोर्य,निकिता शेखावत,नरेन्द्र यादव,रोहित शर्मा प्रमुख दावेदार बचे हैं। वहीं एनएसयूआई में टिकिट की दौड़ के लिए मुकेश चौधरी,अशोक फागणा,रूप सिंह गुर्जर,महेन्द्र देगड़ा,उत्तम चौधरी प्रमुख दावेदार हैं।
एबीवीपी ने दी पहली टिकिट
वहीं एबीवीपी ने इस साल के छात्रसंघ चुनावों के लिए अपनी पहली टिकिट घोषित कर दी है। अलवर के मत्स्य विश्वविद्यालय में छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर लता भोजवानी का नाम तय किया है। एबीवीपी ने अपने पहले टिकिट की घोषणा में छात्रा को चुना हैं। यह प्रदेश भर में इस चुनावों के लिए सबसे पहली टिकिट घोषित की गई है। भोजवानी पहले गौरी देवी महिला महाविद्यालय से अध्यक्ष रह चुकी हैं।