प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी ने नवनिर्वाचित छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद जाखड़ का नामांकन पत्र रद्द करने और छात्र कल्याण अधिष्ठाता को हटाने की मांग की। प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर थाने ले गई।
दरअसल, सोमवार को एबीवीपी के प्रत्याशी राजपाल चौधरी ने कुलपति को ज्ञापन सौंपकर छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद जाखड़ का चुनाव रद्द करने की मांग की थी। चौधरी ने अपने ज्ञापन में कहा था कि जाखड़ ने अपने चुनाव नामांकन पत्र में दंडित की बात स्वीकार की थी।
जाखड़ ने बेबुनियाद बताए ABVP के आरोप एबीवीपी ने आरोप लगाया है कि जाखड़ 2015 में नकल के एक मामले में दोषी रह चुके हैं। वहीं इस पूरे मामले में छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद जाखड़ का कहना हैं कि नामांकन पत्र में उनसे भूलवश कॉलम में सही का निशान लग गया था। मामले की जांच ग्रीवांस कमेटी के पास है। जाखड़ ने बताया कि ना ही उन्हें किसी न्यायालय से दंड मिला है और ना ही कभी सजा मिली है। ऐसे में एबीवीपी के आरोप बेबुनियाद हैं।
बता दें कि राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में अपेक्स अध्यक्ष पद के लिए विनोद जाखड़ की जीत से एबीवीपी और एनएसयूआई को बड़ा झटका लगा था। एनएसयूआई से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ विनोद जाखड़ ने 1860 वोट से शानदार जीत हासिल की थी।