एसीबी ने शाम को चार बजे प्रदेश महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष को रिश्वत लेते पकड़ा उसके करीब तीन घंटे बाद पार्टी अध्यक्ष सचिन पायलेट ने पार्टी से ही निकाल दिया। कुछ घंटे पहले इसी महिला पार्षद का रूतबा और रुआब ऐसा था कि अपने वार्ड में कितनी ही घटिया सामग्री से काम करवा लें कोई मुंह नहीं खोलेगा, इस बात की गारंटी लेती थी। जैसे ही एसीबी की गिरफ्त में आई रो—रोकर राजनीतिक वजूद खत्म होने का आलाप शुरू कर दिया। हालांकि इस आलाप का न एसीबी पर असर हुआ न सरकार पर।
एएसपी हेमाराम ने बताया कि परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि नगर निगम के वार्ड 39 में सीसी रोड बनाने के लिए 60 लाख रुपए का वर्क ऑर्डर मिला था। इसमें कार्य के दौरान पार्षद सुमन गुर्जर ने उसमें रोड़े अटकाते हुए 60 लाख का तीन प्रतिशत के हिसाब से एक लाख 75 हजार रुपए की मांग कर रही है। पार्षद गुर्जर ने 50 हजार रुपए पहले ही ले लिए थे। सत्यापन के बाद शाम को सांगानेर के गुर्जर मोहल्ला स्थित घर में ही रिश्वत राशि 50 हजार रुपए नकद और 75 हजार रुपए का चैक लेते हुए एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया। पार्षद को जब ठेकेदार ने 50 हजार रुपए नकद और 75 हजार रुपए का चेक सौंपा तो पहले तो पार्षद ने ले लिया, फिर कुछ सोचकर चेक लौटा दिया। पार्षद ने परिवादी को कहा कि चेक तो ले जाओ, दो दिन में नकद ही दे देना। नगर निगम में विष्णु लाटा के भाजपा से बगावत कर महापौर बनने के बाद कई कांग्रेस पार्षदों को समितियों का अध्यक्ष बनाया गया था। इसमें महिला उत्थान समिति का सुमन गुर्जर को भी अध्यक्ष बनाया गया है।