डीसीपी विकास पाठक ने बताया कि पूछताछ में ऋषीराज से सामने आया कि छह माह पहले ही वह जेल से छूटा है। फिर सब्जी का ठेला लगाने लगा। रुपयों की जरूरत पडऩे पर वापस कार चोरी के गोरखधंधे में लग गया। गौरतलब है कि ज्योति नगर पुलिस ने गिरोह को कठपुतली नगर कच्ची बस्ती नाला पर दो कारों को गुजरात के ग्राहक को दलालों के जरिए बेचते हुए पकड़ा था।
मात्र तीन मिनट में की थी चोरी एसीबी चालक विद्याधर झालाना एसीबी मुख्यालय से झोटवाड़ा सनसिटी में रहने वाले आरएएस अधिकारी उम्मेद सिंह को लेने उनके घर जा रहा था। रास्ते में लालकोठी मंडी में मैस के लिए सब्जी लेने मंडी में चला गया। करीब आठ बजे एक थैली गाड़ी में रख दी और दूसरी पैक थैली लेने चला गया। करीब तीन मिनट बाद ही सब्जी की थैली लेकर लौटे विद्याधर को गाड़ी नहीं मिली।
नहीं मिली आईजी की टवेरा
अभी तक पुलिस आइबी के आइजी केसी मीणा की कार का अभी तक सुराग नहीं लगा पायी है। पुलिस ने आइजी की कार के लिए कई जगह दबिश दे चुकी है। इस दौरान दस से अधिक वाहन चोर गिरोह भी पुलिस ने दबोचे हैं लेकिन अभी तक आइजी की कार का कोई सुराग नहीं लग पाया है। इस संबंध में आइजी केसी मीणा के चालक विनोद ने मोती डूंगरी थाने में कार चोरी होने का मामला दर्ज कराया था।