फैक्ट्रियों का एसिडयुक्त पानी बनास नदी में छोड़ा
ग्रामीणों में भारी आक्रोश
जहरीली हुई ‘बनास’! घुल रहा फैक्ट्रियों का एसिडयुक्त पानी, खतरनाक बीमारियों का मंडरा रहा खतरा
जयपुर / भीलवाड़ा। भीलवाड़ा के गेदलिया में एनजीटी व प्रदूषण नियंत्रण मंडल व प्रशासन की लाख कोशिश के बावजूद फैक्ट्रियों का अपशिष्ट व केमिकल युक्त पानी को बनास नदी में छोड़ा जा रहा है । अभी दो तीन दिन से हो रही बारिश से की आड़ में टेक्सटाइल फैक्ट्रियों के मालिकों ने एसिड युक्त काला पानी बनास नदी में छोड़ दिया। फैक्ट्रियों के मालिक भी बहती गंगा में हाथ धो रहे है काला पानी छोड़ कर पानी मे जहर गोल रहे है जो मानव जीवन, पशु ,पक्षियों के लिए भारी खतरनाक साबित होगा।
बढ़ता जा रहा है फसले खराब होने का खतरा यह केमिकल युक्त काला पानी जिला मुख्यालय से पैतीस किलोमीटर दूर गेंदलिया गांव तक पहुंच चुका है काला पानी को लेकर ग्रामीणों की चिंता बढ़ गयी है काले पानी पहुंचने को लेकर बनास नदी किनारे बसे गावो के ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। इस काले पानी से ने सिर्फ फसले खराब होगी बल्कि भूमिगत जल भी दूषित होने का खतरा बढ़ता जा रहा है जिससे किसानों, ग्रामीणों में खतरनाक बीमारियों से ग्रसित होने का डर सताने लगा है।
किसानों की जीवनदायिनी नदी है ‘बनास’ बनास नदी मेवाड़ पवित्र की गंगा व किसानों की जीवनदायिनी नदी कहलाती है। बनास नदी में एसिड युक्त काला जहरीला पानी छोड़कर आमजन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है एक ओर बजरी माफियो दुवारा खनन करने से माफिया के आगे बनास नदी दम तोड़ रही तो दूसरी ओर फैक्टियों दुवारा एसिड युक्त काला पानी छोड़कर पवित्र बनास नदी को प्रदूषित कर बिगाड़ा जा रहा है।