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प्रदेश में तीन जगह ACB की कार्रवाई, कहीं हेड कांस्टेबल तो कहीं ग्राम विकास अधिकारी पर कसा शिकंजा

locationजयपुरPublished: May 15, 2019 03:15:27 pm

Submitted by:

abdul bari

राजस्थान में बुधवार को तीन अलग-अलग जगह एसीबी की कार्रवाई की गई। जिनमें हेड कांस्टेबल, भू अभिलेख शाखा में कार्यरत गिरदावर और पंचायत समिति के ग्राम विकास अधिकारी को रिश्वत लेते दबोचा गया।

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प्रदेश में तीन जगह ACB की कार्रवाई, कहीं हैड कांस्टेबल तो कहीं ग्राम विकास अधिकारी पर कसा शिकंजा

जयपुर

राजस्थान में बुधवार को तीन अलग-अलग जगह एसीबी की कार्रवाई की गई। जिनमें हेड कांस्टेबल, भू अभिलेख शाखा में कार्यरत गिरदावर और पंचायत समिति के ग्राम विकास अधिकारी को रिश्वत लेते दबोचा गया। तीनों ही मामलों में आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
केस 1
भरतपुर के नदबई पुलिस थाने में एसीबी की कार्रवाई हुई। यहां 8000 रुपये की रिश्वत लेते हेड कांस्टेबल पकड़ा गया। एसीबी की टीम ने रिश्वत की राशि को बरामद कर लिया है। हेड कांस्टेबल यह रिश्वत राशि परिवादी मोहन सिंह से मारपीट के एक मामले में नाम निकलने की एवज में ले रहा था। एसीबी एएसपी अशोक चौहान के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। आरोपी हेड कांस्टेबल से पूछताछ जारी है।
केस 2

बांसवाड़ा के जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय भी एसीबी टीम की ट्रैप कार्रवाई की गई। यहां भू अभिलेख शाखा में कार्यरत गिरदावर रमेश भोई को 800 रुपये की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार किया गया है। रिश्वत की यह राशि नकल देने की एवज में मांगी गई थी।

केस 3
तीसरे मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो भीलवाड़ा एसीबी की प्रथम शाखा ने बुधवार दोपहर मांडल पंचायत समिति के ग्राम विकास अधिकारी को दो हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा। रिश्वत की यह राशि पट्टा बनवाने की एवज में मांगी गई थी। सीदड़ियास गांव के देवीलाल जाट को पट्टा बनवाने के लिए ग्राम पंचायत विकास अधिकारी हरजीत यादव के पास गया। उसने पट्टा बनवाने के लिए दो हजार रुपए की घूस मांगी। जिस पर देवीलाल ने भीलवाड़ा एसीबी में शिकायत की। शिकायत का सत्यापन कराया तो सही पायी गई। एसीबी की टीम ने जाल बिछाया। परिवादी से ग्राम विकास अधिकारी हरजीत यादव को फोन करवाया। जिस पर उसने परिवादी को मांडल बस स्टैंड पर बुलाया और रिश्वत की राशि दो हजार रुपए लेकर पीछे की जेब में पर्स में रख लिए। पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने हरजीत को रंगे हाथों धर लिया। हरजीत यादव की सालभर पूर्व ही ग्राम विकास अधिकारी के रूप में नियुक्ति हुई है और वह प्रोबेशन पीरियड पर चल रहा है। एसीबी ने उसे गिरफ्तार कर मांडल थाने लेकर आई। जहां उससे पूछताछ की जा रही है
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