जिला कलक्टर ने बैठक में मौजूद जयपुर विकास प्राधिकरण एवं नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहर में अपने-अपने क्षेत्राधिकार वाले नालों की मरम्मत एवं साफ सफाई के बारे में आपसी समन्वय के साथ समय पर आवश्यक कार्यवाही सम्पादित करे ताकि वर्षा के समय किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके। उन्होंने कलेक्ट्रेट में नागरिक सुरक्षा से संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सभी नालों की सूची जेडीए व नगर निगम को भिजवाये, इसके बाद इन दोनों एजेंसीज के अधिकारी आपस में बैठकर ये तय कर ले कि किसको इन नालों की रिपेयर करानी है और किसके हिस्से में साफ सफाई का जिम्मा है। उन्होंने दोनो एजेंसीज के अधिकारियों से कहा कि आपसी समन्वय से क्षेत्राधिकार के निर्धारण पश्चात् की गई कार्रवाई और मानसून को लेकर कार्य योजना के बारे में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को सूचना भेजे। इसके बाद जिला प्रशासन एवं सिविल डिफेन्स के माध्यम से निरीक्षण किया जाएगा।
महाजन ने कहा कि ऎसे बढ़े नाले जिनके उपर से वाहन गुजरते है या लोग उनको पैदल पार करते है, उनको दोनों तरफ से कवर करते हुए रैलिंग एवं अन्य एहतियाती सुरक्षात्मक उपाय वर्षा से पूर्व करना सुनिश्चित करे, ताकि मानसून के समय किसी प्रकार की दुर्घटना नहीं हो। उन्होंने बैठक में आगजनी की घटनाओं की रोकथाम के लिए नगर निगम के अधिकारियों को गत दिनों जारी किये गये निर्देशों की पालना में हुई प्रगति की भी समीक्षा की। नगर निगम की उपायुक्त (फायर) को निर्देश दिये कि आगामी बैठक में चीफ फायर ऑफिसर एवं अन्य चारों सहायक फायर ऑफिसर भी मौजूद रहे और सभी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी निर्देशों के क्रम में अपने अपने स्तर पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी लेकर आये।
बैठक में जेडीए, नगर निगम, पीएचईडी, जेवीवीएनएल, जल संसाधन विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, पशुपालन विभाग एवं रसद विभाग सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे मानसून से पूर्व समय पर नियंत्रण कक्षाेंं की स्थापना, आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की कार्रवाई करते हुए जिला आपदा प्रबंधन को सूचित करे।