(Rajasthan Highcourt) हाईकोर्ट ने सीकर जिले के अमरसर में हुई (murder and dacoity) हत्या और लूट के मामले में पुलिस (investigation) अनुसंधान से असंतोष जताते हुए मॉनिटरिंग कर रहे नीमका थाना (ASP) एडिशनल एसपी को 27 मई को (Appear) हाजिर होने के निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने कहा है कि ऐसा लगता है कि अनुसंधान के लिए गठित विशेष टीम के मुखिया होने के बावजूद एएसपी ने पूरा अनुसंधान केवल अजीतगढ थाना इंचार्ज पर ही छोड रखा है। न्यायाधीश एस.पी. शर्मा ने यह अंतरिम आदेश अर्जुनलाल की याचिका पर दिए। कोर्ट ने कहा कि दिन दहाडे बाजार में हत्या हो जाती है और पुलिस का अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं करने से स्पष्ट है कि अनुसंधान में कोई प्रगति नहीं हुई है।
सुनवाई के दौरान पुलिस की ओर से रिपोर्ट पेश कर बताया गया कि मामले की जांच एसओजी और जिला स्तरीय विशेष टीम के सूपरविजन में अजीतगढ़ थानाधिकारी कर रहे हैं। कोर्ट को बताया गया कि याचिकाकर्ता की ओर से थानाधिकारी के खिलाफ की गई शिकायत पर डीजीपी ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इसके अलावा सीकर एसपी ने नीमका थाना के एडिशनल एसपी के निर्देशन में अलग से टीम का भी गठन किया है। याचिकाकर्ता की ओर से एडवोकेट सुशीला कलवानिया ने कोर्ट को बताया कि पिछले साल वर्ष 11 फरवरी को कुछ लोगों ने याचिकाकर्ता के पुत्र रामसिंह की हत्या कर उससे तीन लाख रुपए लूट लिए थे। रिपोर्ट अजीतगढ़ थाने में हुई है,लेकिन पुलिस ने अब तक मामले में प्रभावी अनुसंधान नहीं किया है। याचिकाकर्ता ने गत तीस जनवरी से डीजीपी को अनुसंधान बदलने के लिए ज्ञापन दे रखा है,लेकिन अब तक ना अनुसंधान में प्रगति हुई है ना ही अनुसंधान बदलने के ज्ञापन पर कोई फैसला लिया है इसलिए अनुसंधान सीबीआई को ट्रांसफर किया जाए।