स्कूली बच्चों से भी आग्रह किया गया है कि वे बुजुर्गों को अपना ग्रैंड पेरेंट मान कर उनके ना पत्र लिख कर भेजें या फिर कोई अच्छी कविता या फिर पेंटिंग। केयर होम की हैड ऑफ कम्यूनिकेशन शलीजा हाशम का कहना है कि ये हम सबके लिए बेहद कठिन समय है। इस समय हमें समाज के सबसे संवेदनशील तबके की ज्यादा देख-रेख करने की जरूरत है। यह बेहद चिंताजनक समय है और कोरोना वायरस के खतरे को हम गंभीरता से ले रहे हैं। शालीजा ने कहा, हम अपने केयर होम के निवासियों के लिए बेहद सजग हैं। आइसोलेशन के इस दौर में उन्हें अकेलापन महसूस ना हो इसके लिए हम पूरे प्रयास कर रहे हैं।