राजस्थान में अफगानिस्तान से ड्राइफ्रूट्स का सालाना 350 करोड़ रूपए का कारोबार होता है। तालिबान के कब्जे के बाद जयपुर के कई आयातकों का एडवांस फंस गया है। अफगानिस्तान के ड्राइफ्रूट का कारोबार इंटेग्रेटेड चेक पोस्ट अटारी के जरिए पाक के रास्ते होता है। 15 दिन पहले ड्राइफ्रूट के रोजाना आठ से दस ट्रक भारत आते थे। लेकिन अब एक-दो ट्रक ही आइसीपी पर पहुंच रहे है।
सप्लाई लाइन टूटने तथा उत्पादन घटने से इन दिनों अमरीकन बादाम गिरी में निरंतर तेजी का रुख देखा जा रहा है। एक सप्ताह के दौरान बादाम गिरी 150 रुपए प्रति किलो और महंगी हो गई है। पिछले एक-दो माह के अंतराल में इसके भाव करीब 350 रुपए प्रति किलो तक उछल गए हैं। रिटेल काउंटर्स पर अमरीकन बादाम गिरी 1200 से 1400 रुपए प्रति किलो बिकने लगी है।
ड्राइफ्रूट्स————-वर्तमान भाव———–15 दिन पहले
अंजीर—————–1000-1100———-800—900
मुनक्का—————-700-800————600—650
काली किशमिश———325–350———-275—-300
खुबानी—————–500—–550——-400—-450
कंधारी किशमिश——–450——550——300—400
बादाम गिरी (अफगानी)—2000-2200———1600-1700
अखरोट गिरी (अफगानी)—1200-1400———900-1000
(नोटः उच्च क्वालिटी के रिटेल भाव रुपए प्रति किलो ग्राम में) क्य कहते हैं कारोबारी
अगस्त में ड्राइफ्रूट्स की पक चुकी फसल को संभालना मुश्किल है। फसल पकने के बाद अगर उसे प्रोसेस कर मार्केट में नहीं भेजा गया तो अफगानिस्तान को करोडों का नुकसान होगा
ललित कुमार अग्रवाल, ड्राइफ्रूट आयातक
राजेंद्र अग्रवार, उपाध्यक्ष, जयपुर किराना एंड ड्राइफ्रूट कमेटी