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नौ साल की उम्र में इस बच्ची की कर दी 55 साल के अधेड़ से शादी

locationजयपुरPublished: Nov 03, 2021 03:07:40 pm

Submitted by:

Ankita Sharma

afghanistan latest news मजबूर पिता की गुहार- तुम्हारी दुल्हन है, पर मेरी बेटी को मारना नहीं

नौ साल की उम्र में इस बच्ची की कर दी 55 साल के अधेड़ से शादी

नौ साल की उम्र में इस बच्ची की कर दी 55 साल के अधेड़ से शादी

– अफगानिस्तान में बच्चियां बेचने को बाध्य हो रहे परिवार

जयपुर। चेहरे पर दुख, आंखों में आंसु, कांपते पैर और रोती रूह। कुछ ऐसी ही स्थति होगी नौ साल की उस बच्ची की जिसकी शादी उसके दादा जैसे बुजुर्ग दिखने वाले शख्स से कर दी गई। मजबूर परिवार टूट चुका है, अपनी मासूम बच्ची को चंद रुपयों के लिए बेचकर, लेकिन बाकी परिवार को बचाने के लिए यह कुर्बानी देनी ही पड़ी। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। देश में महंगाई सातवें आसमान पर है और भुखमरी से लोग बेहाल हैं। दो वक्त की रोटी के लिए लोग अपने घर के सामान ही नहीं बेटियां भी बेचने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसी ही एक बच्ची है नौ साल ही परवाना । परवाना को हाल ही में उसके पिता ने 55 साल के एक अधेड़ को दो लाख रुपए में बेचा है। बेटी को बेचने का दर्द परवाना के माता-पिता की आंखों में साफ नजर आ रहा है। पिता अब्दुल मलिक का कहना है कि उनके पास परिवार को बचाने का कोई दूसरा विकल्प ही नहीं बचा था। देश में महंगाई बहुत ज्यादा है और रोजगार के अवसर बहुत कम हैं। दिनभर मेहनत करने के बाद परिवार के लिए रोज दो सौ रुपए से ज्यादा कमा नहीं पाता। ऐसे में बेटी को बेचना पड़ा। इस राशि से कुछ दिन तो परिवार चल सकेगा।
अनजान को ही दे दी बेटी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हैरानी की बात तो यह है कि अब्दुल ने जिसे बेटी शादी के लिए बेची है, उसे वह जानते तक नहीं। अब्दुल का कहना है कि शख्स की दाढ़ी-मूंछे-बाल सफेद है, लेकिन वह अपनी उम्र 55 वर्ष बता रहा है। उसकी बात मानने के अलावा हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। पिछले दिनों ही उनके पहचान वाले ने अपनी दस साल की बेटी 70 साल के वृद्ध को शादी के लिए बेची है।
मैं अपराध बोध से टूट चुका हूं

परवाना को माता-पिता को छोड़कर जाने का दुख है। उसे अपने भविष्य के बारे में कुछ नहीं पता। वहीं पिता अब्दुल का कहना है कि मेरी बच्ची ने परिवार के लिए यह कुर्बानी दी है। हालंाकि उन्हें यह डर है कि कहीं उनकी बच्ची से मारपीट न हो। इसलिए बेचने के दौरान खरीदार से उन्होंने वादा लिया कि वह उनकी बच्ची से मारपीट नहीं करे। अब्दुल कहते हैं कि मैं अपराध बोध से टूट चुका हूं, लेकिन कोई रास्ता ही नहीं है। परिवार में नौ अन्य सदस्य भी हैं, जिनके बारे में मुझे सोचना है।
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