डिजिटल बाल मेला टीम की जाह्नवी शर्मा और प्रिया शर्मा ने बताया कि इस अभियान के तहत बाल मेला और यूनिसेफ राजस्थान की हर गांव-ढाणी को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से जोड़ेगा। बच्चों को राजस्थान की राजनीति से जुड़े दिग्गजों से रूबरू करवाएगा। इतना ही नहीं बच्चों के लिए कई ऑनलाइन प्रतियोगिता का भी आयोजन होगा। जिसके तहत बच्चों को बताना होगा की सरकार पंचायती राज प्रणाली को सक्षम और सुदृढ़ कैसे बना सकती है। साथ ही बच्चे ऐसा सुझाव दे सकेंगे, जिससे इस प्रणाली में अहम बदलाव लाया जा सके। इन सुझावों के आधार पर राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों से बाल सरपंच चुने जाएंगे, जो एक ऐतिहासिक सत्र में पंचों की भूमिका निभाएंगे। गौरतलब है कि डिजिटल बाल मेला ने पिछले वर्ष बाल दिवस पर भारत के इतिहास की पहली बाल विधानसभा का राजस्थान में आयोजन किया था। इस बाल विधानसभा का बच्चों को मौका राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सी.पी. जोशी ने दिया था।