पांच साल से कम उम्र के बच्चे, 65 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं जिन्हें फेफड़ों, किडनी या दिल की बीमारी है। मस्तिष्क संबंधी (न्यूरोलॉजिकल) मसलन, पर्किंसन, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग, डायबिटीज, अस्थमा के मरीजों को स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखते ही डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
ये भी लाभदायक
पांच तुलसी के पत्ते, 5 ग्राम अदरक, चुटकी भर काली मिर्च पाउडर और इतनी ही हल्दी को एक कप पानी या चाय में उबालकर दिन में दो-तीन बार पिएं। गिलोय (अमृता) बेल के तने को पानी में उबालकर एवं छानकर पिएं। आधा चम्मच हल्दी दूध में डालकर पिएं। आधा चम्मच हल्दी गरम पानी या शहद में मिलाकर भी ली जा सकती है।
डॉ. कमलेंद्र त्यागी, होम्योपैथी विशेषज्ञ, जयपुर