टेलीडेंसिटी का हाल
-83.07 प्रतिशत थी जून में
-81.86 प्रतिशत रह गई सितम्बर में
-60.52 प्रतिशत है ग्रामीण इलाके में
-141.31 प्रतिशत है शहरी क्षेत्र में देश में यह है स्थिति
-120.25 करोड़ मोबाइल व वायरलाइन उपभोक्ता हैं देश में
-118.91 करोड़ उपभोक्ता रह गए देश में
-1.34 करोड़ उपभोक्ताओं ने छोड़ा साथ
-86.89 प्रतिशत है देश में टेलीडेंसिटी की दर
(टेलीडेंसिटी का मतलब 100 लोगों में से 86 लोग दूरसंचार सेवा से जुड़े हुए हैं)
-83.07 प्रतिशत थी जून में
-81.86 प्रतिशत रह गई सितम्बर में
-60.52 प्रतिशत है ग्रामीण इलाके में
-141.31 प्रतिशत है शहरी क्षेत्र में देश में यह है स्थिति
-120.25 करोड़ मोबाइल व वायरलाइन उपभोक्ता हैं देश में
-118.91 करोड़ उपभोक्ता रह गए देश में
-1.34 करोड़ उपभोक्ताओं ने छोड़ा साथ
-86.89 प्रतिशत है देश में टेलीडेंसिटी की दर
(टेलीडेंसिटी का मतलब 100 लोगों में से 86 लोग दूरसंचार सेवा से जुड़े हुए हैं)
हालात और जरूरत
1. अभी यह- राज्य में मोबाइल आॅपरेटर्स के 1 लाख 22 हजार बीटीएस (बेस ट्रांसरिसीवर स्टेशन) है, जो 40 हजार मोबाइल टॉवर पर लग हुए हैं। इस बीटीएस के जरिए ही एक मोबाइल से दूसरे मोबाइल पर वॉयस या डेटा पहुंचता है। इससे नेटवर्क समस्या, कॉल ड्राप होने का सिलसिला। अपेक्षित डेटा स्पीड नहीं मिलने से डेटा कॉल भी ड्रॉप हो रहे हैं।
2. जरूरत- राज्य में 8 से 10 हजार मोबाइल टावर लगाने की जरूरत मानी गई है, लेकिन आपरेटर उस स्पीड से काम नहीं कर रहे, जितनी जरूरत है। बैंडविथ जितनी ज्यादा होगी, इंटरनेट और वॉयस कनेक्टिविटी उतनी ही बेहतर होगी।
1. अभी यह- राज्य में मोबाइल आॅपरेटर्स के 1 लाख 22 हजार बीटीएस (बेस ट्रांसरिसीवर स्टेशन) है, जो 40 हजार मोबाइल टॉवर पर लग हुए हैं। इस बीटीएस के जरिए ही एक मोबाइल से दूसरे मोबाइल पर वॉयस या डेटा पहुंचता है। इससे नेटवर्क समस्या, कॉल ड्राप होने का सिलसिला। अपेक्षित डेटा स्पीड नहीं मिलने से डेटा कॉल भी ड्रॉप हो रहे हैं।
2. जरूरत- राज्य में 8 से 10 हजार मोबाइल टावर लगाने की जरूरत मानी गई है, लेकिन आपरेटर उस स्पीड से काम नहीं कर रहे, जितनी जरूरत है। बैंडविथ जितनी ज्यादा होगी, इंटरनेट और वॉयस कनेक्टिविटी उतनी ही बेहतर होगी।
यह है प्रावधान
ट्राई ने तकनीकी खामी के कारण 2 प्रतिशत कॉल ड्राप को छूट के दायरे में ले रखा है, लेकिन इससे ज्यादा होने पर पेनल्टी का प्रावधान है। किस आपरेटर के घटे-बढ़े उपभोक्ता
एयरटेल- 2.15 करोड़
वोडाफोन-आइडिया- 1.15 करोड़
रिलायंस जियो- 2.55 करोड़
बीएसएनएल- 61.03 लाख
ट्राई ने तकनीकी खामी के कारण 2 प्रतिशत कॉल ड्राप को छूट के दायरे में ले रखा है, लेकिन इससे ज्यादा होने पर पेनल्टी का प्रावधान है। किस आपरेटर के घटे-बढ़े उपभोक्ता
एयरटेल- 2.15 करोड़
वोडाफोन-आइडिया- 1.15 करोड़
रिलायंस जियो- 2.55 करोड़
बीएसएनएल- 61.03 लाख