प्रकाश कुमावत…जयपुर
कृषि विभाग के अधिकारी इतने लापरवाह हो गए हैं कि वे न तो सरकार के नियमों की पालना करते हैं न ही किसानों की सहायता। सहकारिता मंत्री परसादी लाल मीना ने सोमवार को इस बात पर मुहर लगाते हुए कहा कि कृषि पर्यवेक्षक न तो अपने मुख्यालय पर रहते हैं न ही किसानों को समय पर उन्नत कृषि तकनीक की जानकारी देते हैं। इतना ही नहीं सरकार द्वारा भेजे जाने वाले मिनीकिट्स का वितरण भी अपने चहेतों में करके के इतिश्री कर लेते है।
उद्योग मंत्री परसादी लाल मीना ने यह खुलासा करते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी कि अब लापरवाही बरतने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी अपने रवैये में सुधार करें तथा पात्र किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिए सक्रियता से काम करें।
सहकारिता मंत्री मीना ने सोमवार को दौसा के उपखण्ड अधिकारी कार्यालय रामगढ पचवारा में आयोजित कोरोना विशेष जागरूकता अभियान की बैठक में कृषि पर्यवेक्षकों से बाजरे के मिनीकिट वितरण के बारे में जानकारी चाही तो ना तो सही जानकारी दे पाए और ना ही लाभान्वितों की लिस्ट से अवगत करवा सके। इस पर मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अब पुराना रवैया नही चलेगा। नौकरी करनी है तो मुख्यालय पर रहना होगा,किसानों को कृषि के बारे में पूर्ण जानकारी देनी होगी तथा मिनीकिट वितरण से पूर्व उपजिला कलक्टर से मिलकर ग्राम पंचायत स्तरीय कमेटी के समक्ष पात्रा किसानों में वितरित करना होगा।
इस दौरान उद्योग मंत्री मीना ने टिड्डी दल पर नियंत्रण के लिए प्रभावी कार्रवाही करने तथा कृषि पर्यवेक्षक कार्यालय स्तर पर दवाईयों व संसाध्नों को पूर्ण व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। उन्होने अब तक आए टिड्डी दलो पर नियंत्रण के लिए की गई कार्रवाही के बारे में जानकारी ली तथा भविष्य में जानकारी मिलते ही तत्काल कार्रवाही करने की बात कही। बैठक में स्थानीय प्रतिनिधि संबंधित अधिकारी मौजूद थे।