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हवाई हमला: तुर्की के 33 सैनिकों की मौत

locationजयपुरPublished: Feb 28, 2020 11:21:40 pm

Submitted by:

dhirya

सीरिया के इदलिब प्रांत में काफी समय से जारी संघर्ष के बीच गुरुवार रात हवाई हमले में तुर्की के 33 सैनिकों की मौत हो गई। तुर्की पर अब तक के इस सबसे बड़े हमले में कई सैनिक घायल भी हुए। तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू से फोन पर हुई बातचीत में नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने इदलिब प्रांत में सीरियाई सरकार के हवाई हमलों की निंदा की।

हवाई हमला: तुर्की के 33 सैनिकों की मौत

हवाई हमला: तुर्की के 33 सैनिकों की मौत

अंकारा . सीरिया के इदलिब प्रांत में काफी समय से जारी संघर्ष के बीच गुरुवार रात हवाई हमले में तुर्की के 33 सैनिकों की मौत हो गई। तुर्की पर अब तक के इस सबसे बड़े हमले में कई सैनिक घायल भी हुए। तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू से फोन पर हुई बातचीत में नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने इदलिब प्रांत में सीरियाई सरकार के हवाई हमलों की निंदा की। हवाई हमले के बाद तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान ने अंकारा में आपातकालीन बैठक बुलाई। इसके बाद तुर्की की सेना ने 200 से अधिक सीरियाई ठिकानों पर ड्रोन से हमला किया। हवाई हमले के बाद शरणार्थी संकट भी बढ़ गया। घटना से विरोध में तुर्की ने शरणार्थियों को यूरोप जाने से रोकने वाले रास्तों को रोकने का फैसला वापस ले लिया। शुक्रवार तड़के करीब महिलाओं और बच्चों समेत 300 लोग तुर्की से लगी ग्रीस और बुल्गारिया की सीमा की ओर जाते दिखाई दिए। तुर्की राष्ट्रपति के संचार विभाग के प्रमुख फहार्टिन अल्टुन ने इदलिब में हिंसा को खत्म करने के लिए अंतराष्‍ट्रीय समुदाय का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि असद शासन हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा, क्षेत्र और यूरोप के लिए खतरा है।
संघर्ष का सैन्य समाधान नहीं: यूएन
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरेस ने सीरिया में तत्काल युद्ध विराम का अपना आग्रह दोहराया। उन्होंने कहा कि सीरियाई संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं है। हम शांति प्रक्रिया बहाली के लिए सभी संबंधित देशों को आमत्रिंत करते हैं। ईयू ने कहा, यदि ये समस्या समय रहते हल न हुई तो दुनिया के सामने बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।
क्या है मामला
दरअसल सीरिया की सेना को रूस का समर्थन प्राप्त है। दोनों देश इदलिब को विद्रोहियों के कब्जे से छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इन विद्रोहियों को तुर्की का समर्थन मिला हुआ है। तुर्की की उस क्षेत्र में 12 पर्यवेक्षक चौकियां हैं। तुर्की चाहता है कि सीरिया अपनी सेना को उन ठिकानों से पीछे बुलाए। सीरिया और रूस ने 2018 में तुर्की के सीजफायर लाइन से पीछे हटने की चेतावनी और युद्धविराम को मानने से इनकार कर दिया था।
अमरीका ने हमले पर जताई आपत्ति
अमरीका ने सीरिया सरकार, रूस और ईरान समर्थित बलों से इदलिब में अपना घिनौना अभियान बंद करने की मांग की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम अपने नाटो सहयोगी तुर्की के साथ हैं।
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