लोको कारखाना प्रदेश का पहला कारखाना बन गया है जहां पर इलेक्ट्रिक रेल इंजन की मरम्मत का काम प्रारम्भ हो गया है। देश में अभी यह 8 रेल कारखानों में ही मरम्मत का काम होता है। इलेक्ट्रिक इंजन को आवधिक मरम्मत और अनुरक्षण के लिए 13 अगस्त को वर्कशॉप में लाया गया और 19 अगस्त से प्रारम्भ किया गया। इलेक्ट्रिक इंजन की मरम्मत और अनुरक्षण के दौरान उसके ट्रांसफार्मर, टेप चेंजर, वेक्यूम सर्किट ब्रेकर, ब्रेकिंग सिस्टम, मास्टर कन्ट्रोलर, रिले, मोटर, कम्प्रेसर, बोगी, पेन्टोग्राम तथा एयर ब्रेक उपकरण इत्यादि की गहन जांच कर सही करने का कार्य सफलतापूर्वक किया गया।
ये रहे उपस्थित
रेलवे बोर्ड ने लोको कारखाना अजमेर को 3 लोको का लक्ष्य दिया गया है। ऐसे में लोको कारखाना अजमेर ने इलेक्ट्रिक लोको पीरियोडिक ओवरहॉल का कार्य पूर्ण कर एक नया आयाम हासिल किया है। इंजन को आवधिक मरम्मत और अनुरक्षण के उपरान्त हरी झण्डी दिखाकर रवानगी के अवसर पर यॉत्रिक विभाग के प्रमुख मुख्य यॉत्रिक इंजीनियर विनीत कुमार सक्सैना, प्रमुख विभागाध्यक्ष, मुख्य कारखाना इंजीनियर, आरके मूदड़ा, मंडल रेल प्रबन्धक-अजमेर, नवीन कुमार परसुरामका, मुख्य कारखाना प्रबन्धक-अजमेर अशोक कुमार अबरोल सहित विभागाध्यक्ष और अजमेर वर्कशॉप के रेलकर्मी उपस्थित रहे।