जयपुर

…और जमीन ने उगल दिया नरकंकाल

— सबकुछ हो चुका था खाक, चल रही थी हाथ पर बंधी घड़ी

जयपुरSep 26, 2019 / 03:54 pm

Ankita Sharma

और जमीन ने उगल दिया नरकंकाल

— अजमेर के हैप्पीवेली में मिला नरकंकाल, गले में कसा है फंदा

अजमेर के तारागढ़ पहाड़ी की तलहटी में स्थित हैप्पी वेली में एक चरवाहा अपनी बकरियां चरा रहा था। अचानक उसे तेज दुर्गंध आई, वह मौके पर पहुंचा तो उसे जमीन के बाहर निकलता पंजा दिखा। उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद यहां से एक नर कंकाल मिला। मामला खुलने पर क्षेत्र में सनसनी फैल गई। शव चार माह पुराना है। मृतक के गले में सफेद कपड़े का फंदा कसा हुआ है। हत्या के बाद शव को मिट्टी-पत्थर से दबाया गया था। दरगाह थाना पुलिस ने मिट्टी व पत्थर हटाकर कंकाल बाहर निकाला। संभवत: हत्यारे ने गला घोंटने के बाद शव पर मिट्टी डालकर भारी-भरकम पत्थर रख दिए। दरगाह थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी है।
तारागढ़ पहाड़ी की तलहली में बकरी चराने वाले चरवाहे ने शाम के समय दरगाह थाना पुलिस को हैप्पीवेली में पत्थरों के ढेर के नीचे नर कंकाल दबे होने की सूचना दी। सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) नारायण सिंह टोगस, सहायक पुलिस अधीक्षक (दक्षिण) हर्षवर्धन अग्रवाल, थानाप्रभारी हेमराज व रामगंज थाने का स्टाफ हैप्पी वेली पहुंचा। पुलिस के जवान व वन विभाग के कर्मचारी की मदद से पहाड़ी की तलहटी में झाडिय़ों के बीच दुर्गंध वाले स्थान से पत्थर हटाए तो करीब चार से पांच माह पुराना नरकंकाल मिला। पुलिस ने हमिद नामक युवक को हिरासत में लिया है। पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर मृतक की पहचान विश्वास बाबा के रूप में की गई है, जो दिल्ली निवासी बताया गया है। विश्वास बाबा हैप्पी वेली स्थित पीर की मजार पर खिदमत करता था। वह 4 माह से लापता था। उसके साथ एक अन्य फकीर भी रहता था, जिससे पुलिस पूछताछ में जुटी है। पुलिस को कंकाल से चालू हाल में हाथघड़ी मिली है।
हत्या के बाद किया दफन!

घटनास्थल पर मिले हालात से प्रतीत होता है कि विश्वास बाबा की गला घोंटकर हत्या की गई। उसके बाद शव के ऊपर से मिट्टी डालकर भारी-भरकम पत्थर रख दिए। चरवाहे को मिट्टी में दबा पंजा नजर आया तो उसने पुलिस को सूचना दी। गांठ की होगी एफएसएल जांच सहायक पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि हत्या है या स्वाभाविक मौत यह पोस्टमार्टम और एफएसएल की रिपोर्ट के बाद होगा। उन्होंने बताया कि कंकाल के गले में कसे मिले दुपट्टे की गांठ की एफएसएल के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.