एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि दलाल शशिकांत जोशी शुक्रवार को जयपुर में दोनों सदस्यों को रुपए देने आने वाला था। एसीबी टीम को शुक्रवार को सतर्क कर दिया लेकिन दलाल जयपुर नहीं आया। फिर शनिवार सुबह आने की संभावना थी लेकिन नहीं आया। फिर उसने मंडल सदस्यों से कहा कि शनिवार शाम को जयपुर आएगा। शाम को जैसे ही जयपुर में प्रवेश किया, एसीबी टीम ने उसे निगरानी में ले लिया। वह सीधे बापूनगर में मंडल सदस्य सुनील शर्मा के घर पहुंचा। यहां कार से उतरकर पीली पॉलीथिन और काला बैग लेकर सुनील के फ्लैट में गया। एसीबी की टीम उसके घर से बाहर आने का इंतजार करने लगी।
20 मिनट तक नहीं निकला तो हथौड़ा लेकर पहुंची टीम
दलाल शशिकांत 20-25 मिनट बाद तक भी सुनील शर्मा के घर से नहीं निकला। इस पर एसीबी को गेट नहीं खोलने की आशंका हुई तो हथौड़ा व दो सब्बल लेकर वहां पहुंची। हालांकि टीम को देखकर आसानी से गेट खोल दिया गया। वहां पीली पॉलीथिन घर के कचरा पात्र में खाली पड़ी मिली। बैग में एक केस से संबंधित फाइल के अलावा कुछ नहीं मिला। पॉलीथिन में रुपए होने की संभावना थी लेकिन घर से एक लाख रुपए ही मिले। घर पर कोई जेवर भी नहीं मिले।
तब एसीबी ने इनकम टैक्स के अधिकारियों से बात कर उपकरणों के साथ उनकी टीम बुलाई। इनकम टैक्स टीम ने 2 घंटे तक फर्श, दीवार, गेट, अलमारियों को उपकरणों के जरिए खूब खंगाला लेकिन कुछ नहीं मिला। एसीबी ने छत, पीछे गली और आस-पास के फ्लैट खंगाले लेकिन वहां भी कुछ नहीं मिला। एसीबी को आशंका है कि सुनील ने रुपए मिलते ही किसी को देकर भेज दिया था। वहीं, गिनती करने के बाद एसीबी ने साफ किया कि बीएल मेहरड़ा के घर 38 लाख और दलाल के घर 51 लाख रुपए मिले थे।
रेवेन्यू बोर्ड में ‘रेवेन्यू’ का खेलः अब खुलेगा 4 साल के 400 फैसलों का राज सुनील से मिलने पहुंचा पंडितएसीबी ने बताया कि आरोपी सुनील शर्मा पूजा-पाठ खूब करवाता था। पड़ोसियों ने भी इसकी पुष्टि की है। पूजा पाठ करवाने वाला पंडित सुनील से मिलने एसीबी मुख्यालय आ पहुंचा।