मंत्री ने बताया कि आनासागर झील में गंदे नालों के पानी को रोकने के लिए भी काम होगा। इन नालों को एसटीपी से जोड़ा जाएगा ताकि झील स्वच्छ रह सके। शहर में करीब 90 फीसदी घरों को सीवरेज से जोड़ा जाएगा। वर्तमान में 35 हजार से अधिक घरों को जोड़ा जा चुका है। इतना ही नहीं, अजमेर शहर में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में मेडिकल ब्लॉक बनाया जाएगा। साथ ही वहां मल्टीलेवल पार्किंग भी बनाई जाएगी। जिस पर करीब 41 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे यहां आने वाले मरीजों को एक ही जगह पर अपने इलाज से जुड़ी सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। यातायात व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए 9 जगहों पर पार्किंग का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पर्यावरण की शुद्धता के लिए तीन नए पार्कों को भी नए सिरे से बनाया जाएगा। धारीवाल ने कहा कि शहर में भवनों के जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए अकबरी किला, बारादरी के भवन को भी सम्मिलित किया जाएगा।
शहर में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए 49 करोड़ खर्च होंगे। इससे क्षेत्र में पेयजल की समस्या का समाधान होगा। उन्होंने बताया कि शहर के सभी प्रवेश मार्गों को चौड़ा किया जाएगा। वहीं पटेल स्टेडियम में खिलाड़ियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए 40 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। साथ ही लैक फ्रन्ट के सौन्दर्यीकरण, बर्ड पार्क विकसित करने और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को प्रभावी बनाने की दिशा में भी काम होगा। बैठक में अजमेर विकास प्राधिकरण आयुक्त गौरव अग्रवाल ने एडीए की विभिन्न योजनाओं की प्रगति एवं प्रस्तावित योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। बैठक में जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक कुं. राष्ट्रदीप सहित स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारी मौजूद रहे।