शासन सचिव, वित्त (राजस्व) डॉ0 पृथ्वी ने बताया कि 173 दुकानों में से दो दुकानों पर अलवर व जयपुर में एमआरपी से कम कीमत लेने के प्रकरण भी दर्ज किए गए जो कि एक गंभीर विषय है। वहीं उदयपुर की एक दुकान पर शराब विक्रय मूल्य पर ही मिल रही थी जो कि एक अच्छी बात है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में यदि किसी उपभोक्ता को ओवर प्राइस की शिकायत हो तो वह विभाग के टोल फ्री नम्बर 1800-180-6436 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि ओवर प्राइस को रोकने के लिए भविष्य में एक एप भी बनाया जायेगा।
उन्होंने बताया कि ओवररेट के प्रकरणों को राज्य सरकार ( rajasthan government ) के स्तर पर गंभीरता से लिया जाता है। इनकी रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री ( cm ashok gehlot ) द्वारा भी समय-समय पर कार्यवाही करने के सख्त निर्देश जारी किये गये हैं। मदिरा दुकानों पर एमआरपी से अधिक राशि शराब वसूले जाने की शिकायतें प्राप्त होने के क्रम में आबकारी विभाग द्वारा समय-समय पर शराब अनुज्ञाधारियों पर कार्यवाही की जाती है।
बोगस ग्राहकों के माध्यम से जानी हकीकत डॉ0 पृथ्वी ने बताया कि राज्य सरकार के स्तर से आवश्यक आदेश जारी कर गुरूवार को 2 आईएएस अधिकारी, 3 आरएएस अधिकारी व लेखा सेवा एवं वाणिज्यिक कर विभाग के अधिकारियों को शामिल कर दल गठित कर उपरोक्त कार्यवाही की गई। गठित दलों में आबकारी विभाग के अलावा अन्य राजस्व विभागों के अधिकारियों को ही दलों में शामिल किया गया। उक्त दलों के अधिकारियों को आवश्यक चैक लिस्ट, पॉपुलर ब्राण्ड की लिस्ट एवं सम्बन्धित ब्राण्ड्स की एमआरपी की लिस्ट और क्षेत्र की शराब दुकानों की सूची प्रदान कर शराब की दुकानों पर बोगस ग्राहकों के माध्यम से एमआरपी से अधिक दर की स्थिति का पता लगाने के निर्देश दिये गए।
आगे भी जारी रहेगा अभियान गठित दलों ने मदिरा की दुकानों पर जाकर एमआरपी से अधिक राशि वसूलने की वस्तुस्थिति का पता लगाया और एमआरपी से अधिक दर वसूले जाने के अलवर में 21, अजमेर में 15, उदयपुर में 20, जोधपुर में 24 तथा जयपुर शहर में 93 प्रकरणों की शिकायत संबंधित जिला आबकारी अधिकारी को दर्ज करायी गईं। उन्होंने बताया कि इस तरह के आकस्मिक अभियान जारी रखे जायेंगे एवं एमआरपी के प्रकरणों में सख्त कार्यवाही की जायेगी एवं भविष्य में ओवररेट के प्रकरण होने की स्थिति में सम्बन्धित जिला आबकारी अधिकारियों एवं अतिरिक्त आबकारी आयुक्तों के विरुद्ध भी विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
बिलिंग भी शुरु की जायेगी…
ओवर प्राइस ( liquor rate high ) को रोकने के लिए भविष्य में एक एप भी बनाया जायेगा जिसमें सभी प्रकार के 900 से ज्यादा ब्रान्ड के आईएमएफएल, बीयर व वाईन की रेट लिस्ट उपलब्ध रहेगी, इस एप के माध्यम से उपभोक्ता सीधे ही उस अनुज्ञाधारी के विरुद्ध शिकायत दर्ज कर पायेंगे। भविष्य में अवैध शराब को रोकने के लिए अन्य प्रयास यथा होलोमार्क/ बार कोडिंग इत्यादि भी प्रयोग में लाये जा सकते हैं तथा समयबद्ध चरण से शराब की खुदरा बिक्री हेतु बिलिंग भी शुरु की जायेगी।