
ऊर्जा महकमा का जिम्मा संभालते ही IAS सुबोध अग्रवाल ने बिजली संकट पर किया फोकस
जयपुर। प्रदेश में पिछले दिनों गहराए बिजली संकट के बाद ऊर्जा महकमे चेता है। अब ऐसे हालात नहीं पनपे इसके लिए विद्युत उत्पादन, उपलब्धता और मांग के रियल टाइम डेटा का नियमित विश्लेषण हेागा।साथ ही निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए अलग मैकेनिज्म विकसित किया जाएगा। ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने अधिकारियों को इसकी पालना करने के निर्देश दे दिए हैं।
अग्रवाल ने मंगलवार को सचिवालय में कार्यभार संभालने के बाद राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम, जयपुर विद्युत वितरण निगम और ऊर्जा विकास निगम के अधिकारियों की बैठक ली।उन्होंने कहा कि प्रदेश और अन्य प्रदेशों में विद्युत उत्पादन, मांग और आपूर्ति, विद्युत की खरीद और विक्री दर के डेटा अधिकारियों की टिप्स में होने चाहिए। इससे प्रदेश में विद्युत उत्पादन, मांग और आपूर्ति में संतुलन बनाया रखा जा सकेगा। पिछले दिनों कोयला की कमी से आए विद्युत संकट को लेकर कहा कि हमें ऐसा मैकेनिज्म विकसित करना होगा, जिससे विशेष परिस्थितियों में भी सस्ती दर पर बिजली खरीद की जा सके।
एनर्जी एसेसमेंट कमेटी की होगी नियमित बैठक
दीपावली व अन्य त्योहारों के दौरान बिजली की मांग बढ़ेगी। किसानों के लिए रबी फसल के लिए बिजली की संभावित मांग का आकलन भी समयपूर्व होगा। इससे विद्युत उत्पादन, मांग और उपलब्धता बनाई रखी जा सके। इसके लिए एनर्जी एसेसमेंट कमेटी की नियमित बैठक होगी।
प्रदेश में 2200 लाख यूनिट की प्रतिदिन मांग
अगस्त में बरसात नहीं होने से एकाएक बिजली की मांग बढ़ने और उत्पादक कंपनियों के पास कोयला की कमी के कारण संकट आया। मौजूदा समय प्रदेश में हर दिन 2100 से 2200 लाख यूनिट बिजली मांग चल रही है।
Published on:
21 Sept 2021 07:45 pm
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