जानकारों की माने तो पार्टी इन दिनों आर्थिक संकट से गुजर रही है, पार्टी नेताओं की चिंता इस बात की है कि आखिर पार्टी की आर्थिक स्थिति किस तरह मजबूत की जाए। राजस्थान सहित मध्यप्रदेश,और छत्तीसगढ़ में तीन माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं और तीन ही जगह कांग्रेस का मुकाबला सत्तारूढ़ भाजपा से है। बताया जाता है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गांधी परिवार के बेहद करीबी अहमद पटेल को भी इसीलिए राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनाया गया है कि वे कई मोर्चों पर पार्टी के लिए संकट मोचक की भूमिका निभा चुके हैं।
पटेल पूर्व में भी राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रह चुके हैं। बताया जाता है कि सभी प्रदेशों के कोषाध्यक्षों को बैठक में यही निर्देश दिए जा सकतेहैं कि वे लोगों से संपर्क साधकर पार्टी के लिए धन एकत्रित करें।
अग्रिम संगठनों की भी बैठक
वहीं दूसरी ओर विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के लिए बनाई स्क्रीनिंग कमेटी ने प्रदेश के चारों अग्रिम संगठनों के अध्यक्षों की दिल्ली में बैठक बुलाई है। बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमैन कुमारी शैलजा, स्क्रीनिंग कमेटी के दोनों सदस्यों, महिला कांग्रेस, कांग्रेस सेवादल, एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष शामिल होंगे।
बताया जाता है कि कांग्रेस के चारों अग्रिम संगठनों के प्रदेशाध्यक्षों से स्क्रीनिंग कमेटी दावेदारों के नामों को लेकर चर्चा करेगी। बताया जाता है कि अग्रिम संगठनों के प्रदेशाध्यक्ष बैठक के दौरान अग्रिम संगठनों के लिए स्क्रीनिंग कमेटी से टिकटों का कोटा निर्धारित करने की मांग कर सकते हैं।