टैक्सटाइल पार्कों की हर महीने मॉनिटरिंग
जयपुरPublished: Sep 11, 2019 06:01:20 pm
राज्य के औद्योगिक परिदृश्य में सुधार की प्रक्रिया को तेज करते हुए अब सरकार ने टैक्सटाइल की ओर अपना ध्यान केंद्रित किया है। राज्य के चारों टैक्सटाइल पार्कोँ की अब हर महीने मॉनिटरिंग की जाएगी।
उद्योग आयुक्त डॉ. कृष्णा कांत पाठक ने कहा है कि राज्य के चारों एकीकृत टैक्सटाईल पार्कों की प्रदेश के टैक्सटाईल उद्योग के संवद्र्धन और विस्तारीकरण में भागीदारी तय की जाएगी।
इन पार्कों की हुई समीक्षा
आयुक्त डॉ. पाठक बुधवार को जयपुर में जयपुर के बगरू, अजमेर के सिलोरा किशनगढ़ और पाली के टैक्सटाइल पार्कों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।
केंद्र की सहायता से बने हैं पार्क
उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार के वित्तीय सहयोग से बनाए गए चारों पार्कों का संचालन एसपीवी के माध्यम से हो रहा है। जयपुर के बगरु में जयपुर इंटीग्रेटेड टैक्स क्राफ्ट पार्क में 16 डाइंग व 4 गारमेंट इकाइयों में से 16 इकाइयों द्वारा उत्पादन किया जा रहा है वहीं चार इकाइयां जल्दी ही अपने कार्य शुरु कर दिए जाएंगे। यहां सीईटीपी से लगने से प्रदूषित पानी की भी समस्या नहीं है।
कहां कितनी प्रगति हुई
डॉ. पाठक ने बताया कि अजमेर के सिलोरा में जयपुर टैक्स वीविंग पार्क में 2 सेड्स का निर्माण हो चुका है। यहां साइजिंग, वीविंग और गारमेंट या मेडअप की इकाइयां लग रही है। उन्होंने यहां की एसपीवी को अपने कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए। अजमेर के ही किशनगढ़ हाईटेक टैक्सटाईल पार्क में 15 इकाइयां है। उन्होंने बताया कि पाली के नेस्टजेन टैक्सटाईल पार्क में 21 इकाइयोंं में उत्पादन होने लगा है। पांच इकाइयों का कार्य प्रगति पर है।