गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष राजधानी सहित प्रदेश से 10 हजार से ज्यादा जत्थे अमरनाथ यात्रा पर जाते हैं। वहीं जयपुर की कई संस्थाओं द्वारा बालटाल में भंडारा भी लगाया जाता है। हालांकि यात्रा मार्ग में लगने वाले भंडारों के आवेदन की प्रक्रिया गत 25 फरवरी को समाप्त हो गई थी। जानकारी के अनुसार लंगर और भंडारे के लिए प्रदेश के साथ ही देश भर से 115 संगठनों ने श्राइन बोर्ड के पास आवेदन किया है।
उधर बाबा अमरनाथ संस्था के विष्णु शर्मा ने बताया कि पंजीयन के बाद ही लोग यात्रा के लिए ट्रेनों में रिजर्वेशन कराते हैं। फिलहाल पंजीकरण स्थगित होने के साथ ही ट्रेनें भी बंद है।