मांगें नहीं मानी तो 21 मार्च से होगी एम्बुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल
जयपुरPublished: Mar 17, 2020 09:44:31 pm
एम्बुलेंस कर्मचारियों ने दी चेतावनी
मरीज को भर्ती करने में देरी हुई तो फौरन मिलेगी जानकारी
जयपुर. प्रदेश के एम्बुलेंस कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर लामबंद हो गए हैं। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना तो वे 21 मार्च से प्रदेशभर में हड़ताल शुरू कर देंगे। एम्बुलेंस कर्मचारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह को दिया है।
राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि कर्मचारी अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर गत वर्ष 2019 में 31 अक्टूबर को हड़ताल की थी। एम्बुलेंस सेवा दो दिन बंद रखने के बाद कर्मचारियों की मांगों का मामला राजस्थान उच्च न्यायालय में विचाराधीन हो गया था, जिसमें एम्बुलेंस कर्मचारियों की वेतन वृद्धि, कार्य समय 8 घंटे करना, एम्बुलेंस कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित रहना, संविदाकर्मी कमेटी में एम्बुलेंस कर्मचारियों को शामिल करना, एम्बुलेंस वाहन रहने के स्थान पर एम्बुलेंसकर्मियों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना आदि मांगों का समाधान किया जाना शामिल था। इन मांगों में से 5 मांगे अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग व मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से मानी गई थी, लेकिन आज तक किसी भी मांग को लागू नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि राजस्थान में 108, 104 व बेस एम्बुलेंस सेवा का संचालन जीवीके ईएमआरआई कंपनी की ओर से वर्ष 2013 से किया जा रहा है। इस कंपनी का एम्बुलेंस संचालन का टेंडर 22 जून 2019 को समाप्त हो गया था, लेकिन सरकार की ओर से पहले 6 माह का उसके बाद 3 माह का एम्बुलेंस सेवा का करार बढ़ाया गया। अब फिर 21 मार्च को इस जीवीके ईएमआरआई कंपनी का करार समाप्त हो रहा है।